पलामू: हैदरनगर प्रखंड के कबरा गांव निवासी जावेद अख्तर का 23 वर्षीय पुत्र एहसान अख्तर किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं. एहसान की दोनों किडनी खराब हो चुकी है. वे पिछले 15 महीने से डायलिसिस पर हैं. मां ने पुत्र को किडनी देने का फैसला किया है लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं है कि किडनी का प्रत्यारोपण करा सकें. पिता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मदद की गुहार लगाई है.
15 महीनों से डायलिसिस का उठा रहे खर्च: गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में डायलिसिस जारी है. परिजनों ने बताया कि इलाज कर रहे चिकित्सक का कहना है कि स्थाई इलाज किडनी प्रत्यारोपण ही है. इस पर करीब दस लाख रुपये खर्च आ सकते हैं. बताया कि पिता जावेद अख्तर का लॉकडाउन में काम छिन गया. ऐसे में परिवार की माली हालत बहुत खराब है. पिछले 15 महीनों से किसी तरह डायलिसिस का खर्च उठा रहे हैं. अब किडनी प्रत्यारोपण के लिए पैसे अड़चन बन रही है.
संपन्न लोगों से मदद की अपील: एहसान के पिता जावेद अख्तर ने आर्थिक रूप से संपन्न लोगों से भी मदद के लिए आगे आने की अपील की है. इधर समाजसेवी एआर रहमान ने सोशल मीडिया पर मदद की अपील की है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो समेत विधायक कमलेश कुमार सिंह से मदद की गुहार लगाई है. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने ट्वीट कर पलामू डीसी को मामले में संज्ञान लेने को कहा है. साथ ही ऐहसान को हर संभव उपलब्ध करने की बात कही. खबर लिखे जाने तक किसी भी अधिकारी द्वारा मदद की पहल नहीं कि गई है. पीड़ित अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. परिजन ने 9631212966 पर मदद करने की गुहार लगाई है.