पलामूः प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने नावाबाजार प्रखंड सह अंचल कार्यालय (Nawabazar block office) का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कार्य में लापरवाही बरतने वाले आधा दर्जन से अधिक कर्मियों को चिन्हित किया. इन चिन्हित कर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही आधा दर्जन कर्मियों को वेतन रोकने का भी आदेश दिया है.
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प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने निरीक्षण के दौरान रोकड़ बही की जांच की. रोकड़ बही को प्रखंड के नाजिर सुशील कुमार सिंह की ओर से 2 रोकड़ बही प्रस्तुत की गई. एक रोकड़ बही में मार्च जबकि दूसरे रोकड़ बही में अप्रैल महीने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी का कोई हस्ताक्षर नहीं था. मामले में आयुक्त ने नाजिर को लापरवाही के आरोप में तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया है.
सुखाड़ के हालात को देखते हुए प्रत्येक पंचायतों में मनरेगा के तहत पांच पांच योजनाओं को पूरा करना है. लेकिन आयुक्त ने पाया गया कि नावाबाजार के रबदा, राजहारा, तुकबेरा में पांच पांच योजनाओं की स्वीकृति नहीं दी गई है. मामले में आयुक्त ने संबंधित पंचायत सचिवों को निलंबित करने का आदेश दिया है. प्रधानमंत्री आवास और 15वीं वित्त के कार्यों के धीमी प्रगति के मामले में पंचायत सचिव सरयू प्रसाद यादव को भी निलंबित किया है. आयुक्त ने एलपीसी से प्राप्त आवेदनों को स्पष्ट जानकारी नहीं बताने पर प्रधान लिपिक सहित कई कर्मियों से शो कॉज पूछा है. कमिश्नर ने प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी को अपने कर्मियों पर नियंत्रण रखने का आदेश दिया है. प्रमंडलीय आयुक्त करीब 3 घंटे तक प्रखंड सह अंचल कार्यालय में रुके और एक एक चीज की जानकारी ली.