पलामूः वर्ष 1972 से नक्सली प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई से 3 अगस्त के बीच शहीद सप्ताह मनाते आ रहे हैं. इस वर्ष भी माओवादियों ने शहीद सप्ताह समारोह की घोषणा की है. इस दौरान वे मारे गए कैडरों को याद करते हुए श्रद्धांजलि देते हैं. इसे लेकर माओवादियों ने 16 पेज का नोट जारी किया है. इसके बाद झारखंड पुलिस अलर्ट हो गई है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और बिहार सीमा पर गश्ती बढ़ा दी है.
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जारी किया गया है अलर्ट
पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि माओवादियों के शहीद सप्ताह को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. पलामू रेंज के तीनों जिले की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र में गश्ती बढ़ा दी है, ताकि कहीं नक्सली वारदात नहीं हो सके.
चारू मजूमदार को करते हैं याद
पश्चिम बंगाल में नक्सल आंदोलन के संस्थापक चारू मजूमदार और सरोज दत्त की पुलिस कार्रवाई में मौत हो गई थी. चारू मजूमदार की 28 जुलाई को मौत हुई थी. वहीं, वर्ष 1971-72 में 28 जुलाई से 13 अगस्त के बीच 150 से अधिक नक्सल कैडरों की मौत हुई थी. इस घटना के बाद नक्सलियों ने शहीद सप्ताह की शुरुआत की. पूर्व नक्सल नेता सह आजसू नेता सतीश कुमार कहते हैं कि शहीद सप्ताह के दौरान मारे गए कैडरों को याद करते हैं.
पिछले एक वर्ष में मारे गए हैं 160 नक्सली
देश भर में पिछले एक वर्ष में 160 नक्सली मारे गए हैं. इसमें बिहार-झारखंड में 11, दंडकारण्य में 101, ओडिशा में 14, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा पर 8, आंध्र प्रदेश और ओडिशा सीमा पर 11, पश्चिमी घाटी में एक और तेलंगाना में 14 शामिल हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मारे गए 160 में 30 महिला नक्सली हैं.