पलामू: झारखंड बिहार सीमा पर प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) पोस्ता की खेती करवा रहा है. पोस्ता की खेती से होने वाले लाखों रुपए के आय पर नक्सली संगठन टीएसपीसी की नजर है. इसका खुलासा पलामू पुलिस की जांच में हुई है.
दरअसल, पलामू पुलिस पोस्ता की खेती के खिलाफ अभियान की शुरूआत की है. अभियान के दौरान पोस्ता की खेती से प्रभावित इलाके की जियो मैपिंग की गई है. जिओ मैपिंग के आधार पर पोस्ता की खेती वाले जगह को चिन्हित किया गया है. चिन्हित जगह और जांच के आधार पर यह पता चला है कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी पोस्ता की खेती करवा रहा है. टीएसपीसी ने स्थानीय ग्रामीण और अपने समर्थकों को झांसे में ले लिया है और खेती करवा रहा है. हाल के दिनों में टीएसपीसी संगठन में बड़ा बदलाव हुआ है, जिस इलाके में टीएसपीसी शिफ्ट हुआ है उस इलाके में खेती भी करवाई गई है.
आर्थिक नेटवर्क को किया जाएगा ध्वस्त: पलामू पुलिस ने पोस्ता की खेती वाले जगह पर अभियान भी शुरू कर दिया है. यह अभियान पलामू के मनातू, तरहसी, नौडीहा बाजार, पांकी, पिपराटांड, नावाजयपुर, छतरपुर पुलिस संयुक्त रूप से चला रही है. दरअसल, पलामू पुलिस ने पोस्ता की खेती से जुड़े आर्थिक नेटवर्क को रडार पर लिया है. आर्थिक नेटवर्क में पोस्ता की खेती करवाने वाले और पोस्ता के फसल से तैयार नशीले उत्पादों की तस्करी करने वालों के नाम शामिल हैं. पुलिस नाम का खुलासा नहीं कर रही है. अगले कुछ दिनों में नेटवर्क में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा और बड़ी कार्रवाई की जाएगी. पलामू पुलिस ने एक स्पेशल टीम भी बनाई है. पलामू पुलिस पोस्ता की खेती करने वाले और इससे जुड़े हुए लोगों को तकनीकी माध्यम से रडार पर लिया है.
पोस्ता की खेती में टीएसपीसी की भूमिका: पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बतया कि जो जानकारी निकाल कर सामने रही है, उसके अनुसार पोस्ता की खेती में टीएसपीसी की भूमिका है. पुलिस ने पोस्ता और इसकी खेती से जुड़े हुए नेटवर्क को रडार पर लिया है. जल्द ही इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई देखने को मिलेगी.
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