पलामूः पलामू में लॉकर घोटाला मामले में 11 और 12 दिसंबर को पलामू पुलिस टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड (टीआईपी) कराएगी. कोर्ट ने बुधवार को पलामू पुलिस को टीआईपी के लिए अनुमति दे दी है. अब सदर अंचल अधिकारी की मौजूदगी में पलामू पुलिस 11 और 12 दिसंबर को जब्त जेवरातों की टीआईपी कराएगी.
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मेदिनीनगर टाउन थानेदार अरुण कुमार माहथ ने बताया कि पुलिस टीआईपी की तैयारी कर रही है. माहथ ने बताया कि यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (वर्तमान में पंजाब नेशनल बैंक का अंग) के डालटनगंज शाखा में लॉकर घोटाला हुआ था. यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर से गायब जेवरातों को मुथूट फाइन कार्प और आईसीआईसीआई बैंक में गिरवी रखा गया था. पांच लॉकर के साथ छेड़ छाड़ कर लाखों की संपत्ति गायब कर दी गई थी.
इस मामले का उद्भेदन करते हुए बैंक के मैनेजर और डिप्टी मैनेजर समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है. पुलिस के मुताबिक लॉकर की डुप्लीकेट चाबी बनवा कर पलामू में लॉकर घोटाला को अंजाम दिया गया था. पूरे मामले में डिप्टी मैनेजर और बैंक के दैनिक भोगी कर्मचारी मुख्य आरोपी बनाए गए हैं. पुलिस के मुताबिक डिप्टी मैनेजर ने ही मुख्य आरोपी रिशु को जेवरात दिए थे. पलामू पुलिस लॉकर घोटाले के मुख्य आरोपी रिशु के पत्नी को भी आरोपी बना सकती है. फिलहाल रिशु पत्नी समेत फरार है.
1300 ग्राम सोना बरामद
लॉकर घोटाला मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. पलामू पुलिस ने अब तक 1300 ग्राम से अधिक सोने के जेवरात बरामद कर लिए हैं. हालांकि लॉकर घोटाले के पीड़ितों ने अभी तक पुलिस के समक्ष जेवरात के कागजात प्रस्तुत नहीं किए हैं. कई पीड़ितों के जेवरात लॉकर में ही रखे थे जबकि कई पीड़ितों के जेवरात पुस्त दर पुस्त होते हुए उन तक पहुंचे थे.