पलामू: जिले में सोमवार को वकीलों ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया, क्योंकि शनिवार को पलामू जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी के साथ दुर्व्यवहार हुआ था. घटना के बाद आक्रोशित वकीलों ने कोर्ट में धरना दिया था और सोमवार से न्यायिक कार्यो का अनिश्चितकाल के लिए बहिष्कार किया है.
पलामू जिला बार एसोसिएशन ने आरोपी जज को हटाने की मांग की है. पलामू जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी ने कहा कि पलामू के समर्थन में रांची में भी न्यायिक कार्यों का बाहिष्कार हुआ है, कई और जिलों में भी बहिष्कार होगा.
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पांच हजार से अधिक सूचीबद्ध मामलों की नहीं हुई सुनवाई
पलामू व्यवहार न्यायालय में 16 जज हैं. 16 कोर्ट में सोमवार को लगभग पांच हजार मामलों की सुनवाई सूचीबद्ध की गयी थी, लेकिन एक भी मामलों की सुनवाई नहीं हुई. पलामू कोर्ट में लगभग 500 से अधिक वकील प्रैक्टिस करते हैं. वकीलों की हड़ताल से कई लोग परेशान हुए.
मामले की जांच के लिए हाई कोर्ट से पंहुचे न्यायाधीश
सोमवार की देर शाम रांची हाई कोर्ट से न्यायधीश मामले की जांच के लिए पलामू पंहुचे थे. उन्होंने देर शाम बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी से बातचीत की और उनके बयान को कलमबद्ध किया.