पलामू: एक बार फिर सैंडर्स तालाब का मामला गर्माने लगा है. सैंडर्स तालाब में ही मछलियों के बीज का पालन होता है उसे बिहार झारखंड सीमावर्ती इलाके में भेजा जाता है. तालाब के किनारे मछली के कारोबार करने वालों को कुछ समय पहले हटाने का आदेश जारी किया गया था. जिसके विरोध में बड़ा आंदोलन हुआ था. अब पूरे मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा की एंट्री हुई है. जेएमएम अब सैंडर्स तालाब के अतिक्रमण और मछुआरों के सवालों को लेकर आंदोलन करने वाली है.
ये भी पढ़ें- सैंडर्स और बड़ा तालाब को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग, केएन त्रिपाठी ने विधायक और मेयर पर लगाए आरोप
पलामू प्रमंडल मुख्यालय मेदिनीनगर के नावाटोली का सैंडर्स तालाब ऐतिहासिक है. किसी जमाने में इस तालाब का रकबा 8 एकड़ हुआ करता था. अब यह तालाब घटते-घटते 2 एकड़ का हो गया है. पूरे मामले को लेकर मेदिनीनगर नगर निगम और मछुआरे आमने-सामने हो गए थे और एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने लगे थे. पूरे मामले में अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने आंदोलन की रणनीति तैयार की है. जेएमएम के जिला सचिव सानू सिद्दीकी और युवा नेता सन्नी शुक्ला ने बताया कि पूरे मामले को लेकर सरकार के सामने मछुआरों का पक्ष रखा जाएगा. तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पहल की जाएगी.