पलामूः मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (MMCH ) के कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की गई है. इस मारपीट में महिला नर्स और डॉक्टर का गला दबाने का प्रयास किया गया, जबकि एक महिला डॉक्टर के कपड़े फाड़ दिए गए.
मारपीट की घटना से नाराज स्वास्थ्यकर्मियों ने एमएमसीएच में भर्ती कोविड-19 मरीजों का इलाज बंद कर दिया. मामले बढ़ने पर पुलिस पहुंची. स्वास्थ्यकर्मी करीब दो घंटे तक हड़ताल पर रहे. बाद में डीडीसी शेखर जमुआर एसडीएम राजेश कुमार शाह, थाना प्रभारी अरुण कुमार माहथा, डीपीएम दीपक कुमार के समझाने के बाद डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी काम पर वापस लौटे.
मरीज के मौत के बाद नाराज थे परिजन
बताया जा रहा है कि मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र के बैरिया की एक महिला कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद तीन अप्रैल को एमएमसीएच में भर्ती हुई थी. गुरुवार की सुबह नौ बजे के बाद उसकी हालत खराब हो गई. परिजन स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाने गए, इसी दौरान दोनों पक्षों में बहस हो गई.
बहस के दौरान मरीज के परिजनों ने डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों की पिटाई कर दी. मारपीट की शिकार हुई नर्स रेखा कुमारी ने बताया कि उनका गला दबाया जा रहा था. एक महिला डॉक्टर ने बताया उन्हें धमकी दी जाती है. स्वाथ्य कर्मी सुरक्षा और सुविधा की मांग कर रहे थे.
कोविड वार्ड में तैनात होंगे सुरक्षाकर्मी
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कोविड 19 वार्ड में शस्त्र बल की तैनाती की जाएगी. वार्ड के बाहर और अंदर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. कूपन वाले अटेंडेंट को ही मरीजों से मिलने दिया जाएगा. घटना के बाद डीडीसी एसडीएम ने मिलकर पूरे वार्ड से मरीज के परिजनों को बाहर निकाला.
डीडीसी शेखर जमुआर ने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बैठक की, उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि घटना दुःखद है, हर स्तर पर मॉनिटरिंग शुरू हो गई है.
परिजनों के अंदर जाने पर रोक लगा दी गई है. कोविड-19 वार्ड में सुरक्षा उपलब्ध करवा दी गई है. साथ ही आम जनता से अपील है कि वे पैनिक न हों. स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं.