पलामू: सरकार और सिस्टम में लापरवाही का खामियाजा आम आदमी को उठाना पड़ता है. कुछ ऐसा ही उदाहरण पलामू में देखने को मिला. स्कूल का भवन मूल स्थान की जगह कहीं और बना दिया गया. भवन में एक दिन की पढ़ाई होने के बाद ताला लगा दिया गया है. पूरा मामला पलामू में नावाबाजार प्रखंड के तुकबेरा अपग्रेडेड हाई स्कूल की है. जहां एक जमीन मालिक से लिखित लिए बिना उसकी जमीन पर सरकारी स्कूल का भवन बना दिया गया. 2017 में स्कूल के भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 2020 में यह बनकर तैयार हुआ था.
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जमीन मालिक से लिखित के बिना बना दिया स्कूल भवन
नावाबाजार प्रखंड के तुकबेरा में अपग्रेडेड हाई स्कूल का भवन जमीन के मालिक कृष्णा महतो से लिखित लिए बिना बना दिया गया. कृष्णा महतो ने पूरे मामले में पलामू डीसी से लेकर वरीय अधिकारियों तक शिकायत की है. करीब 68 लाख की लागत से नेशनल हाइवे-98 के किनारे स्कूल का भवन बनाया गया है.
कृष्णा महतो ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने लिखित रूप से जमीन को दान नहीं किया है. पूरे गांव में स्कूल के भवन के निर्माण के लिए तीन जगह नींव दी गई थी लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था. अंत में उनकी जमीन पर भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ. इस दौरान ठेकेदार ने उन्हें दो कमरे बनाने और स्कूल भवन पर दानदाता का नाम अंकित करवाने की बात कही थी. भवन निर्माण होने के बाद ठेकेदार ने उनसे बातचीत करना बंद कर दिया और अपने वादों से मुकर गया. उन्होंने लिखित रूप से कभी भी जमीन को दान नहीं दिया है. कृष्णा महतो ने बताया कि भवन निर्माण किसी और जमीन पर बताकर उनकी जमीन पर किया गया है. 6 अगस्त को उन्होंने स्कूल में ताला लगा दिया था. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने ताले को खोला था.
छात्र जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर, डर से स्कूल को नहीं किया जा रहा शिफ्ट
अपग्रेडेड हाई स्कूल तुकबेरा में 212 छात्र हाई स्कूल में पढ़ाई कर रहे है. सभी छात्र जर्जर भवन में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में स्कूल कैंपस में पानी भर जाता है. स्कूल के प्रिंसिपल धर्मेंद्र दुबे ने बताया कि जमीन मालिक द्वारा लगाए गया ताले को 17 अगस्त को पुलिस ने खुलवा दिया था. उसके बाद स्कूल के भवन में उन्होंने ताला लगाया है. स्कूल के शिफ्ट करने का सवाल पर उन्होंने कहा कि नए भवन में विवाद हो सकता है और इसी कारण वहां पढ़ाई शुरू नहीं की गई है. स्कूल के प्रिंसिपल धर्मेंद्र दुबे का कहना है कि उन्हें नहीं पता है कि भवन कब बना और कैसे बना. उन्हें विभागीय पत्र के माध्यम से नवनिर्मित स्कूल के भवन को हैंडओवर लेने को कहा गया था.
डीसी बोले-हाईलेवल जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई
पलामू डीसी शशि रंजन ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है कि स्कूल का भवन अपने मूल स्थान की जगह कहीं और बन गया है. पूरे मामले में जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने बताया कि भवन निर्माण को लेकर नियमावली है. उसके अनुसार मूल स्कूल के अगल-बगल के जमीन पर ही भवन को बनाना है. अगर जमीन नहीं मिलती है तो भवन दूसरी जगह बनेगी. रैयत से दान लेने के बाद ही भवन का निर्माण किया जाना है.