पलामूः छतरपुर के बाद हैदरनगर में फेडरल फाउंडेशन नामक संस्था (federal foundation) के अर्जुन मेहता पर 45 लोगों से ठगी का मामला प्रकाश में आया है. जिसमें संस्था के कथित अधिकारी अर्जुन मेहता प्रत्येक व्यक्ति से 10-10 हजार रुपए लेकर गांव में शिक्षा केंद्र खुलवाता था. पढ़ाने वाले को 4000 प्रति माह देने का वादा करता था. लेकिन सभी का पैसा लेकर फरार होने से भुक्तभोगियों ने पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई.
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फेडरेशन फाउंडेशन नामक संस्था के कथित अधिकारी अर्जुन मेहता ने छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी की है. इस संबंध में भुक्तभोगियों ने छतरपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. संस्था के कथित अधिकारी अर्जुन मेहता स्थानीय कुछ लोगों को विश्वास में लेकर यह काम करता था. हैदरनगर थाना के बलडीहरी गांव निवासी शाहजहां बेगम, रामबांध के साबिर, माली की संगीता देवी ने बताया कि अर्जुन मेहता हैदरनगर थाना के लोहरपुरा गांव का निवासी है. उसने फेडरेशन फाउंडेशन नामक संस्था का कार्यालय अपने हैदरनगर स्थित बभंडी गांव में कार्यालय खोल रखा था. उसने पढ़ी लिखी महिलाओं और युवाओं को अपने झांसे में लेकर उन्हे शिक्षक की नौकरी देने की बात कही. उसने एक एक व्यक्ति से दस दस हजार रुपए की वसूली की.
अर्जुन मेहता जिस इलाके में ठगी करता था. वहां के कुछ लोगों को विश्वास में लेकर साथ साथ रखता था. शाहजहां बेगम ने बताया कि उन्होंने भी दर्जनों लोगों से अर्जुन को पैसा दिलाने का काम किया. उन्होंने बताया कि अर्जुन मेहता ने क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद कुछ लोगों को गांव में सेंटर खुलवाकर पढ़ाई शुरू कराया. जिन्होंने दस दस हजार रुपए दिए, उन्हे प्रति माह चार चार हजार रुपए वेतन भी देने लगा. यह देख बड़ी संख्या में लोगों ने अपने अपने मोहल्ले में सेंटर खुलवाने के लिए दस दस हजार रुपए दे दिया. जब अधिक लोगों ने पैसा दे दिया तो अर्जुन मेहता फरार हो गया.
भुक्तभोगियों ने उसके घर और कार्यालय जाकर पता करने का प्रयास किया. घर और कार्यालय में ताला बंद है और अर्जुन मेहता का मोबाइल फोन भी बंद है. साबिर अंसारी और संगीता देवी ने बताया कि अर्जुन मेहता ने अबतक कितने लोगों को चूना लगा चुका है, यह स्पष्ट नहीं है. उन्होंने बताया कि सिर्फ रामबांध पंचायत व आसपास के गांव से उसने 45 लोगों से ठगी की है. भुक्तभोगियों ने बताया कि वो बेरोजगारी का दंश झेल रहे थे, किसी तरह पैसे का जुगाड कर दस दस हजार रुपए दिए, वह भी पानी में चला गया.
भुक्तभोगियों ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस को जानकारी दी है. थाना प्रभारी अजीत कुमार मुंडा ने बताया कि इस तरह का मामला छतरपुर थाना में भी दर्ज हुआ है. उन्होंने बताया कि भुक्तभोगियों को इंसाफ दिलाने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे. इस मामले में छानबीन के साथ उच्चाधिकारियों से बात कर भुक्तभोगियों का मामला दर्ज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी तक उन्हें किसी ने आवेदन नहीं दिया है. आवेदन प्राप्त होने पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.