पलामू: जिले में बिजली संकट गहरा गई है. पलामू को जरूरत के अनुसार बिजली कि आपूर्ति नहीं हो पा रही है. बिजली संकट के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. पलामू जिला भीषण गर्मी की चपेट में है यहां का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है. भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. पलामू में प्रतिदिन 110 मेगावाट बिजली की खपत होती है, जबिक इन दिनों जिले को 60 मेगावाट के करीब ही बिजली मिल पा रही है. जिस कारण कई इलाकों में 4 से 8 घंटे तक पावर कट किया जा रहा है.
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बिजली संकट होने कारण पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई है. बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि फिलहाल पलामू को खपत के अनुसार बिजली नहीं मिल पा रही है, पिक ऑवर में लोड भी बढ़ रहा है. जिस कारण कई इलाकों में पावर कट किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बाहर से पलामू को बिजली कम मिल रही है. उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि अगले दो दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे.
पलामू के ग्रामीण इलाकों में बिजली की स्थिति और खराब हो गई है. ग्रामीण इलाकों में 8 से 10 घंटे तक बिजली आपूर्ति को बंद रखा जा रहा है. एक लंबे अरसे के बाद पलामू में इस तरह की बिजली संकट उत्पन्न हुई है. पलामू में बिजली विभाग का नेशनल ग्रिड भी है, नेशनल ग्रिड कई राज्यों से जुड़ा हुआ है. पलामू के सुदना स्थित पावर सब स्टेशन से जिले के अधिकतर इलाकों में बिजली की आपूर्ति की जाती है. पावर स्टेशन के माध्यम से 60 से 70 मेगावाट बिजली की खपत होती है, लेकिन वहां औसत से बेहद ही कम बिजली मिल रही है. हुसैनाबाद, छतरपुर, चैनपुर समेत कई इलाकों में पावर कट समस्या बन गई है.
बिजली संकट के कारण इलाके में इनवर्टर बैटरी की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई है. होलसेल दुकानदार ने बताया कि अप्रैल और मई के शुरुआती महीने में 35-40 इनवर्टर प्रतिदिन बेचता था. फिलहाल वह 50 से 55 इनवर्टर प्रतिदिन बेच रहा है.