पलामू: प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के पास कई आधुनिक हथियार हैं. जेजेएमपी के पास एके 47, इंसास, एसएलआर, एलएमजी, मोर्टार समेत कई आधुनिक हथियार हैं. हाल के दिनों में गढ़वा में जेजेएमपी के खिलाफ पुलिस ने अभियान चलाया था, इसी अभियान के दौरान गढ़वा के रंका थाना प्रभारी को गोली लगी थी. इस ऑपरेशन में पुलिस ने जेजेएमपी के एक टॉप कमांडर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार कमांडर के पास से पुलिस ने एक नई एके 47 बरामद की थी. हथियार देखकर पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गये. गिरफ्तार नक्सली ने जेजेएमपी के हथियारों की जानकारी पुलिस को दी है.
दस्ते के पास 30 से अधिक एके 47: हाल के दिनों में गिरफ्तार जेजेएमपी के शीर्ष कमांडरों ने पुलिस को बताया है कि दस्ते के पास 30 से अधिक एके 47 हैं. जबकि दस्ते के पास इंसास, एसएलआर समेत अन्य हथियार भी हैं. गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसी को बताया है कि झारखंड जनमुक्ति परिषद सुप्रीमो पप्पू लोहरा के दस्ते के पास सबसे आधुनिक हथियार हैं, उसके बाद मनोहर गंझू के दस्ते के पास है. पप्पू लोहरा ही हथियार और गोलियां खरीदता है.
माओवादियों से अलग होने के बाद हुआ था जेजेएमपी का गठन: 2008-09 के आसपास माओवादियों से अलग होकर झारखंड जन्म मुक्ति परिषद नाम का नक्सली संगठन बना था. इस दौरान माओवादियों को कुछ आधुनिक हथियार भी मिले. 2008-09 से लेकर 2015-16 तक माओवादियों और जेजेएमपी के बीच मुठभेड़ की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं. इस मुठभेड़ में जेजेएमपी को कई आधुनिक हथियार हाथ लगे.
नक्सली मामलों के जानकार दीपक बताते हैं कि गठन के दौरान जेजेएमपी को बड़ी संख्या में आधुनिक हथियार सौंपे गये थे. बाद में जब लेवी का दौर शुरू हुआ तो संगठन ने हथियार भी खरीदे और खुद को मजबूत करना शुरू कर दिया. जेजेएमपी को कई अन्य तस्करों से भी मदद मिली है और उन्हें हथियार उपलब्ध कराये हैं.
यह भी पढ़ें: झारखंड में नक्सली मुठभेड़ः गढ़वा के रंका थाना प्रभारी को लगी गोली, बेहतर इलाज के लिए मेडिका रेफर
यह भी पढ़ें: नक्सली संगठन जेजेएमपी ने जारी किया पत्र, कहा- गढ़वा में पुलिस मुठभेड़ में JJMP शामिल नहीं
यह भी पढ़ें: मुठभेड़ के दौरान थाना प्रभारी पर गोली चलाने वाला नक्सली गिरफ्तार, AK-47 समेत कई हथियार बरामद