पलामूः झारखंड में महागठबंधन की सरकार है. इस सरकार में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल शामिल हैं, लेकिन महागठबंधन की सरकार में शामिल कांग्रेस ने अपनी ही सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पलामू के इलाके में कांग्रेस लगातार अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठा रही और आंदोलन कर रही है.
अधिकारियों के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चाः हाल ही में कांग्रेस ने एक मार्च निकाला था और अधिकारियों के खिलाफ बयानबाजी की थी. ताजा मामले में कांग्रेस नेता सह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने भी अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला है. उन्होंने अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ सीएम और मुख्य सचिव से शिकायत करने की बात कही है.
अधिकारियों पर लगाया टेंडर मैनेज करने का आरोपः केएन त्रिपाठी का कहना है कि पलामू में अधिकारी टेंडर मैनेज समेत कार्यों में संलिप्त हैं. अधिकारियों की कार्यशैली के कारण राज्य सरकार को 100 करोड़ से भी अधिक का राजस्व का नुकसान हुआ है. केएन त्रिपाठी ने साफ तौर पर कहा था कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद की सरकार है. गठबंधन में सिर्फ पार्टी के शामिल हो जाने से वह मन को दबाकर नहीं रख सकते. लूट को नहीं देख सकते हैं. सरकार में पार्टी के शामिल हो जाने से सिर्फ वह चुप हो जाएं, ऐसा नहीं हो सकता है.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने भी अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए थेः इससे पहले कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने कुछ दिनों पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे. जिला अध्यक्ष ने डीसी समेत कई अधिकारियों की कार्यशाली पर भी सवाल उठाए थे.