पलामू: आस्था का महापर्व छठ को लेकर पलामू के बाजार सज गई है, लेकिन खरीददार गायब हो गए हैं. बुधवार को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत होगी. बाजार को अब भी दो दिनों में उम्मीद है कि बिक्री जोर पकड़ेगी. इस बार छठ को लेकर झारखंड सरकार ने गाइडलाइन से लोग तो नाराज हैं हीं, साथ ही साथ इसका सीधा असर व्यापार और बाजार पर भी पड़ा है.
जारी गाइडलाइन के अनुसार इस बार छठ का अर्घ्य घरों से होगी. घाटों पर छठ करने की मनाही हो गई है. सरकार के गाइडलाइन का प्रभाव बाजार पर भी पड़ा है. बेहद कम संख्या में ग्राहक खरीददारी के लिए निकल रहे हैं. ऐसे में जाहिर सी बात है कि छठ करने वालो की संख्या कम हो गई है. कोविड 19 ने हर क्षेत्र को प्रभावित किया है. कोरोना ने कारोबारियों की कमर तोड़ दिया है. बाजार को दिवाली से काफी उम्मीद थी, लेकिन बाजार वैसा नहीं रहा. छठ में छोटे दुकानदारों को काफी उम्मीद थी, लेकिन शुरुआत में बाजार बेहद कमजोर रहा. एक दुकानदार ने बताया कि बाजार में खरीददार पहले की अपेक्षा काफी कम पहुंच रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार बाजार अच्छा रहने की उम्मीद नहीं है.
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इसके बावजूद लोक आस्था के महापर्व छठ के आयोजन की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं. झारखंड सरकार की ओर से गाइडलाइन के अनुसार इस बार नदी और तालाब घाटों पर सार्वजनिक छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी गई है. पलामू ने छठ के दौरान 5 से 7 करोड़ के बीच का बाजार होता हैं, जिसमें छोटे दुकानदारों की भागीदारी अधिक होती है. बुधवार से छठ की शुरुआत है, लेकिन इस बार अबतक 10 प्रतिशत भी बिक्री नहीं हुई है.