पलामू: बीजेपी किसी भी कीमत पर जेएमएम के साथ गठबंधन नहीं करेगी. झारखंड में बीजेपी 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. यह बात भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सह झारखंड के प्रभारी दिलीप शैकिया ने कही. दिलीप शैकिया पलामू दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पार्टी के कई कार्यक्रमों में भाग लिया. इसके बाद चियांकि में कोरोना से पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.
पहले दो बार साथ रहे जेएमएम-बीजेपी
ऐसा नहीं है कि बीजेपी कभी जेएमएम के साथ नहीं रही है. 2009 विधानसभा चुनाव का परिणाम त्रिशंकु था, जिसके बाद जेएमएम ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जिसमें शिबू सोरेन मुख्यमंत्री बने थे और बीजेपी से रघुवर दास उपमुख्यमंत्री. यह सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चली थी, क्योंकि लोकसभा में बीजेपी ने साथ नहीं देने के कारण मई 2010 में शिबू सोरेन सरकार से समर्थन वापस ले लिया और फिर सरकार गिर गई. कुछ महीने बाद सितंबर 2010 में फिर बीजेपी और जेएमएम में गठबंधन हुआ और सरकार बनी, जिसके मुखिया हुए अर्जुन मुंडा और हेमंत सोरेन उपमुख्यमंत्री बने. मुंडा सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई. 28-28 महीने के विवाद को लेकर जेएमएम ने जनवरी 2013 में मुंडा सरकार से समर्थन वापस ले लिया और फिर मुंडा सरकार गिर गई.
क्या है 28-28 महीने विवाद
सितंबर 2010 में जब बीजेपी और जेएमएम में गठबंधन हुआ तो ये तय हुआ था कि 28 महीने बीजेपी सरकार चलाएगी और फिर 28 महीने जेएमएम सरकार चलाएगी. कुछ महीनों तक सरकार चलने के बाद बीजेपी ने इस तरह के किसी भी डील इनकार कर दिया. इस डील से जुड़ा हुए एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन इस बाबत बातचीत करते दिखे थे. वीडियो वायरल होने के बाद विवाद ज्यादा बढ़ गया और जेएमएम ने अर्जुन मुंडा सरकार से समर्थन वापस ले लिया. 2013 साल जुलाई में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर हेमंत सोरेन ने नई सरकार बनाई.
राजनीति में सब संभव लेकिन जेएमएम से गठबंधन नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दिलीप शैकिया ने कहा कि राजनीति में सब कुछ संभव, लेकिन झारखंड में जेएमएम के साथ गठबंधन संभव नहीं है. भाजपा किसी भी कीमत पर जेएमएम के साथ गठबंधन नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में जेएमएम के साथ सरकार बनाने की बात संभव नहीं है. राज्य में जो परिस्थितियां हैं, उस परिस्थिति में गठबंधन संभव नहीं है.
बढ़ रही नक्सल और आपराधिक गतिविधि
दिलीप शैकिया ने राज्य के झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. दिलीप शैकिया ने कहा कि राज्य में विकास के कार्य बेपटरी हो गए हैं. रघुवर सरकार के कार्यकाल में राज्य में शांति की स्थापना हुई थी. नक्सल और आपराधिक गतिविधि कम हो गई थी. हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में नक्सल और आपराधिक गतिविधि काफी बढ़ गई है. राज्य की जनता शांति चाहती है लेकिन राज्य सरकार कोई भी शांति व्यवस्था बनाने को लेकर कदम उठा नहीं रही है. राज्य में बलात्कार के मामले भी बढ़ गए हैं.
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जमीन और माइनिंग माफिया सक्रिय
दिलीप शैकिया ने कहा कि राज्य में आपराधिक गतिविधि का नतीजा है कि जमीन और माइनिंग माफिया सक्रिय हो गए हैं. सरकार दलित, पिछड़े और आदिवासियों की आवाज को दबा रही है. जल जंगल जमीन पर रहने वाले लोगों के लिए सरकार कोई योजना नहीं बना रही है और ना ही उनकी कोई मदद कर रही है.
राज्य के लोगों की उम्मीद पर खरा नहीं उतर रहे हेमंत
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दिलीप शैकिया ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार राज्य के लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रही है. लोगों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन युवा हैं उन्हें अभी लंबी राजनीति करनी है. हेमंत सोरेन अगर जनता की आवाज बनेंगे तो फायदा होगा. भाजपा राज्य के हालात को लेकर जनता की आवाज बनेगी और जल्द ही बड़ा आंदोलन शुरू करेगी.
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पंचायत चुनाव पर फोकस
दिलीप शैकिया ने बताया कि पार्टी राज्य में पंचायत और निकाय चुनाव की तैयारी कर रहा है. संगठन को हर बूथ पर मजबूत किया जा रहा है. पार्टी झारखंड में लोगों की आवाज बनेगी.