पलामूः पलामू के पांकी थाना क्षेत्र के भरे बाजार में भाजपा कार्यकर्ता जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू की हत्या की गुत्थी पुलिस अभी तक सुलझा नहीं पाई है. मर्डर के पीछे अपराधी हैं या नक्सली पुलिस इसकी जांच कर रही है. पुलिस को आशंका है कि जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है वह नक्सलियों की शैली है. हालांकि अमन श्रीवास्तव गिरोह ने मीडिया को कॉल कर घटना की जिम्मेदारी ली है. अमन श्रीवास्तव गिरोह के राजू शर्मा उर्फ राहुल ने मीडिया को फोन कर मर्डर की जिम्मेदारी ली. राजू शर्मा पांकी के इलाके से सटे चतरा का रहने वाला है. इस संबंध में पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे अमन श्रीवास्ताव गिरोह का हाथ होने की पुष्टि करना काफी मुश्किल है. इधर मंगलवार को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू के शव का पोस्टमार्टम किया गया. बाद में पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया.
ये भी पढ़ें-Jharkhand Crime: सरेआम बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, पांकी बाजार बंद का ऐलान
यह था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार जितेंद्र कुमार कोयला के कारोबार से जुड़ा हुआ, जबकि उसका संबंध एक संगठन से भी था. सोमवार शाम को पांकी बाजार के राम जानकी मंदिर के पास भाजपा कार्यकर्ता जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू की बाइक सवार तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद आरोपी बीच बाजार से हथियार लहराते हुए भागे थे. जबकि घटना में शफीक अंसारी नाम के राजमिस्त्री को भी गोली लगी थी. बाद में एमएमसीएच में डॉक्टर्स ने जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू को मृत घोषित कर दिया था.
जीतू के भाई की नक्सलियों ने कर दी थी हत्या
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार तीनों युवकों के पास अत्याधुनिक दो से अधिक हथियार थे. पुलिस के अनुसार घायल शफीक को 3.15 एमएम की पिस्टल से गोली मारी गई है जबकि जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू को 7.65 एमएम के पिस्टल से गोली मारी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद तीनों युवक पांकी बालूमाथ रोड से ताल घाटी के तरफ भागे. युवक जिस इलाके में भागे हैं वह माओवादियों, टीएसपीसी और जेजेएमपी के प्रभाव वाला है. 10 वर्ष पहले नक्सलियों ने जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू के भाई बबलू गुप्ता के भी गोली मारकर हत्या कर दी थी.
ये भी पढ़ें-पलामू: नक्सली और उसकी पत्नी की ग्रामीणों ने की हत्या, 4 गिरफ्तार
हत्या के विरोध में पांकी बाजार बंद, एसडीपीओ कर रहे कैंप
भाजपा कार्यकर्ता जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू की हत्या के विरोध में मंगलवार को पांकी बाजार बंद है. पांकी के स्थानीय विधायक डॉक्टर शशिभूषण मेहता ने हत्या के विरोध में पाकी बंद का आह्वान किया था. इधर घटना के बाद से पुलिस इलाके में सर्च अभियान चला रही है. बाजार के कई इलाकों में लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं. लेस्लीगंज एसडीपीओ आलोक कुमार पांकी में कैंप कर रहे हैं. एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि घटना आपराधिक है या नक्सली, यह कहना मुश्किल है. सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच की जा रही है. थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर पूरे मामले में अनुसंधान कर रहे हैं. पुलिस जितेंद्र और उससे जुड़े हुए कई लोगों के कॉल डिटेल भी खंगाल रही है. पुलिस को मामले में कई जानकारियां भी मिली हैं, जिनका खुलासा नहीं किया गया है.
संदिग्धों को किया चिन्हित
पुलिस के अनुसार जितेंद्र सरकारी योजनाओं का ठेकेदारी भी करता था. मामले में अपराधी या नक्सली एंगल भी सामने आ सकता है. पुलिस मामले में कई संदिग्धों को भी चिन्हित कर रही है. जितेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ जीतू कुछ वर्ष पहले एक मामले में जेल भी गया था. जेल से निकलने के बाद से वह ठेकेदारी कर रहा था.
सभी बिंदुओं पर चल रही जांच
इस मामले में पलामू के एसपी संजीव कुमार का कहना है कि हत्या के पीछे अमन श्रीवास्ताव गिरोह से तार जोड़ना और इसकी पुष्टि होना मुश्किल है. सभी बिंदुओं पर जांच जारी है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा.