पलामू: सरकार ने सिपाही से लेकर राजनेताओं तक के आचरण को बदल डाला है. प्रखंड से लेकर सचिवालय सभी संसाधनों को लूटने में लगे हैं. यह बात आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पलामू में कही. पलामू में आजसू पार्टी का प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन रविवार को किया गया था. सम्मेलन में संबोधित करते हुए आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि आज सरकार ने राज्य में आचरण को बदल दिया है. सिपाही से लेकर सचिवालय तक मिल कर संसाधनों को लूट कर रुपए जमा कर रहे हैं.
राज्य सरकार ने ओबीसी को नेतृत्व करने से रोकाः राज्य की सरकार ने ओबीसी को नेतृत्व करने से रोका है. 10 हजार पंचायत जनप्रतिनिधि ओबीसी के हैं. इसी तरह निकाय चुनाव की तैयारी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने ट्रिपल टेस्ट करने को कहा. आज छह महीने से ट्रिपल टेस्ट लंबित है. इस कारण ओबीसी को अधिकार नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रही है, स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं. साढ़े तीन वर्ष सरकारी पदों को छोड़ कर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित नहीं हुए हैं. 12 लाख नौजवान पलायन कर बाहर के राज्यों में गए हैं, गांव से युवा पलायन कर गए हैं. झारखंड लेबर स्टेट बन गया है. खनिज संपदाओं से भरे राज्य को सरकार ने लेबर स्टेट बना दिया है.
पलामू में काम करने की है जरूरतः सीएम खुद 17 से 18 विभागों को संभालते हैं. जिस नेता के आंखों में आंसू नहीं हैं, वह नेता नहीं हैं. नेता वही हैं जो जनसेवा करे. वर्तमान में सभी जी हुजूरी करने में लगे हैं. सरकार में अभी जी हुजूरी चल रही है. एक छोटा सरकार है और एक बड़ा सरकार है. सीएम गाड़ियों को गिनते हैं. राज्य में सबसे अधिक सरकार को पलामू में काम करने की जरूरत है. यहां लोगों का सरकारी तंत्र पर विश्वास कायम रखना बड़ी चुनौती है. लोगों को तैयार रहने की जरूरत है. ऐसा नेतृत्व चाहिए जो जनभावना का सम्मान करें.
नियोजन नीति और स्थानीय नीति लागू नहीं कर सकी सरकारः स्थानीय नीति और नियोजन नीति को उलझा दिया गया है. जो आरोप सीएम पर लगे हैं, उसकी लड़ाई गरीब के पैसों से लड़ी जा रही है. उन्होंने कहा कि अपनी लड़ाई के लिए सरकारी धन का इस्तेमाल नहीं करें. ओबीसी, एससी, एसटी को अधिकारों से वंचित किया गया है. इस दौरान पार्टी के देवशरण भगत, हसन अली, शिवपूजन मेहता, सतीश कुमार, इम्तियाज नजमी, बबलू गुप्ता समेत कई आजसू नेता मौजूद थे. इस दौरान कारोबारी ददन सिंह, राकेश सिंह, प्रवीण तिवारी समेत दर्जनों ने आजसू पार्टी का दामन थामा.