ETV Bharat / state

बकोरिया मुठभेड़ में 70 प्रतिशत जांच पूरी, टॉप आईपीएस, CRPF, कोबरा और FSL टीम से होगी पूछताछ - बकोरिया मुठभेड़ में 70 प्रतिशत जांच पूरी

कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच सीबीआई ने 70 प्रतिशत पूरी कर ली है. बकोरिया मुठभेड़ की जांच कर रही सीबीआइ की जांच टीम पलामू में कैंप कर रही है. जल्द ही सीबीआई के टॉप अधिकारी पलामू पंहुचने वाले हैं और घटनास्थल का जायजा लेने वाले हैं.

70 percent investigation of bakoria encounter completed in palamu
बकोरिया मुठभेड़ में 70 प्रतिशत जांच पूरी,
author img

By

Published : Dec 17, 2020, 9:25 PM IST

Updated : Dec 17, 2020, 9:40 PM IST

पलामूः कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच सीबीआई ने 70 प्रतिशत पूरी कर ली है. बकोरिया मुठभेड़ की जांच कर रही सीबीआइ की जांच टीम पलामू में कैंप कर रही है. जल्द ही सीबीआई के टॉप अधिकारी पलामू पंहुचने वाले हैं और घटनास्थल का जायजा लेने वाले हैं. जांच टीम का नेतृत्व एएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. गुरुवार को सीबीआई की टीम चतरा गई थी मारे गए एक शख्स के घर में पूछताछ की. सीबीआई की टीम कई बिंदुओं पर कर रही है. जांच छह से आठ महीनों में जांच चलने की उम्मीद है.

पलामू में जांच खत्म हुआ, अब रांची में होगी जांच

कथित बकोरिया मुठभेड़ के मामले में में जांच पूरी हो गई है जल्द ही सीबीआई पूरा सेट अप रांची शिफ्ट करने वाली है. पलामू में सीबीआई का बकोरिया के लिए सिर्फ एक कैंप कार्यालय रहेगा. बाकी का अनुसंधान अब रांची में होगा. 09 जून 2015 को पलामू के सतबरवा थाना क्षेत्र के बकोरिया में कथित मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए थे. इस मुठभेड़ की जांच सीबीआई कर रही है. फरवरी के बाद सीबीआई की टीम पहली बार पलामू पहुंची है.

एफएसएल, आईपीएस, कोबरा और सीआरपीएफ के अधिकारियों से पूछताछ करेगी

बकोरिया मुठभेड़ की जांच करने वाली एफएसएल टीम से सीबीआई पूछताछ करेगी. जबकि तत्कलीन, डीजी, एसपी , सीआरपीएफ आईजी, डीआईजी, कमांडेंट, कोबरा कमांडेंट, सहायक कमांडेट से सीबीआई की स्पेशल टीम पूछताछ करेगी. सीबीआई की टीम खूंटी स्थित कोबरा कैंप का भी जायजा लेगी. अब तक सीबीआई तत्कलीन डीआईजी, सदर थाना प्रभारी हरीश पाठक, सतबरवा थानेदार मोहम्मद रुस्तम का बयान कलमबद्ध कर चुकी है.


डीआईजी और सदर थानेदार ने मुठभेड़ को बताया है फेक, कई के परिजन नहीं दे रहे गवाही

तत्कालीन डीआईजी और सदर थानेदार ने सीबीआई को बताया है कि मुठभेड़ फर्जी है. जबकि मारे गए कुछ के परिजनों ने विरोधाभास बयान दिया है. कई के परिजन और जानने वाले सीबीआई के समक्ष गवाही नहीं दे रहे हैं. 09 जून 2015 को बकोरिया के भलवही घाटी में कथित तौर पर 12 नक्सली मारे गए थे. मारे गए नक्सलियों में टॉप कमांडर आरके उर्फ अनुराग और उसका बेटा और भतीजा शामिल थे. कथित मुठभेड़ में 04 नाबालिग, एक पारा शिक्षक और उसका भाई भी मारा गया था. सीआईडी जांच की धीमी गति के बाद हाई कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए सीबीआई जांच का आदेश दिया था. बाद में राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर किया था. जहां अस्वीकृत कर दिया गया. सीबीआई की टीम 2018 से मुठभेड़ की जांच कर रही है.

पलामूः कथित बकोरिया मुठभेड़ की जांच सीबीआई ने 70 प्रतिशत पूरी कर ली है. बकोरिया मुठभेड़ की जांच कर रही सीबीआइ की जांच टीम पलामू में कैंप कर रही है. जल्द ही सीबीआई के टॉप अधिकारी पलामू पंहुचने वाले हैं और घटनास्थल का जायजा लेने वाले हैं. जांच टीम का नेतृत्व एएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. गुरुवार को सीबीआई की टीम चतरा गई थी मारे गए एक शख्स के घर में पूछताछ की. सीबीआई की टीम कई बिंदुओं पर कर रही है. जांच छह से आठ महीनों में जांच चलने की उम्मीद है.

पलामू में जांच खत्म हुआ, अब रांची में होगी जांच

कथित बकोरिया मुठभेड़ के मामले में में जांच पूरी हो गई है जल्द ही सीबीआई पूरा सेट अप रांची शिफ्ट करने वाली है. पलामू में सीबीआई का बकोरिया के लिए सिर्फ एक कैंप कार्यालय रहेगा. बाकी का अनुसंधान अब रांची में होगा. 09 जून 2015 को पलामू के सतबरवा थाना क्षेत्र के बकोरिया में कथित मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए थे. इस मुठभेड़ की जांच सीबीआई कर रही है. फरवरी के बाद सीबीआई की टीम पहली बार पलामू पहुंची है.

एफएसएल, आईपीएस, कोबरा और सीआरपीएफ के अधिकारियों से पूछताछ करेगी

बकोरिया मुठभेड़ की जांच करने वाली एफएसएल टीम से सीबीआई पूछताछ करेगी. जबकि तत्कलीन, डीजी, एसपी , सीआरपीएफ आईजी, डीआईजी, कमांडेंट, कोबरा कमांडेंट, सहायक कमांडेट से सीबीआई की स्पेशल टीम पूछताछ करेगी. सीबीआई की टीम खूंटी स्थित कोबरा कैंप का भी जायजा लेगी. अब तक सीबीआई तत्कलीन डीआईजी, सदर थाना प्रभारी हरीश पाठक, सतबरवा थानेदार मोहम्मद रुस्तम का बयान कलमबद्ध कर चुकी है.


डीआईजी और सदर थानेदार ने मुठभेड़ को बताया है फेक, कई के परिजन नहीं दे रहे गवाही

तत्कालीन डीआईजी और सदर थानेदार ने सीबीआई को बताया है कि मुठभेड़ फर्जी है. जबकि मारे गए कुछ के परिजनों ने विरोधाभास बयान दिया है. कई के परिजन और जानने वाले सीबीआई के समक्ष गवाही नहीं दे रहे हैं. 09 जून 2015 को बकोरिया के भलवही घाटी में कथित तौर पर 12 नक्सली मारे गए थे. मारे गए नक्सलियों में टॉप कमांडर आरके उर्फ अनुराग और उसका बेटा और भतीजा शामिल थे. कथित मुठभेड़ में 04 नाबालिग, एक पारा शिक्षक और उसका भाई भी मारा गया था. सीआईडी जांच की धीमी गति के बाद हाई कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए सीबीआई जांच का आदेश दिया था. बाद में राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर किया था. जहां अस्वीकृत कर दिया गया. सीबीआई की टीम 2018 से मुठभेड़ की जांच कर रही है.

Last Updated : Dec 17, 2020, 9:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.