पाकुड़: तेजस्विनी परियोजना से जुड़े जिले के सैकड़ों युवक-युवतियों ने राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से मुलाकात की. उन्होंने बंद किए जा रहे परियोजना पर रोक लगाने की मांग की. इस संबंध में सभी ने मिलकर मंत्री आलमगीर आलम को ज्ञापन भी सौपा. जिसके बाद ग्रामीण विकास मंत्री ने समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया है.
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को दिये अपने ज्ञापन के जरिये संघ ने ध्यान आकृष्ट कराया है कि तेजस्विनी परियोजना के तहत उन्होंने सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरा कराने में इमानदारी पूर्वक काम किया है. संघ ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि बाल विकास विभाग से अन्य विभाग को परियोजना को सौंपने की कार्रवाई की जा रही है. तेजस्विनी संघ ने राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री से तेजस्विनी परियोजना के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए परियोजना को नियमित रखने की मांग की है ताकि कर्मियों और उनके परिवार को भविष्य में किसी दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
सैकड़ों युवक युवतियों के परिवार पड़ जाएंगे मुश्किल में: तेजस्विनी संघ के जिलाध्यक्ष मो. एकरामुल अंसारी ने बताया कि इस परियोजना से जुड़कर जिले के लाखों बच्चियों को रोजगार, शिक्षा से जोड़ने का काम, हम सभी ने मिलकर किया और आज हम सभी कर्मियों को ही बेरोजगार बनाने का काम सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि यदि हम बेरोजगार कर दिए गया तो जिले के 410 युवक-युवतियों के परिवार मुश्किल पड़ में जाएंगे. इस मामले में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि तेजस्विनी परियोजना से जुड़े कर्मियों से बात हुई है. हम विभागीय मंत्री से इस मामले में बातचीत करेंगे और समस्या का समाधान निकाला जाएगा. मंत्री ने कहा कि सिर्फ पाकुड़ ही नहीं, बल्कि अन्य 16 जिलों में भी परियोजना को बंद करने का पत्र जारी किया गया है.