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आधी आबादी ने है ठाना, कोरोना को दूर है भगाना! सखी दीदियों का सामूहिक प्रयास

पाकुड़ में ग्रामीण महिलाओं ने कोरोना संक्रमण से अपने गांव के लोगों को बचाने का बीड़ा उठाया है. ये महिलाएं गांव के लाचार, बीमार और वृद्ध लोगों को कोरोना वैक्सिनेशन सेंटर तक लाने और टीका लगवाने का काम कर रही हैं. इसकी पहल प्रशासन की ओर से की गई है. इस काम से ये महिलाएं रोजी भी कमा रही हैं.

Corona Vaccination Center in pakur
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Published : Mar 25, 2021, 7:37 PM IST

Updated : Mar 25, 2021, 8:55 PM IST

पाकुड़: कम महिला साक्षरता दर वाले पाकुड़ जिले की आधी आबादी कोरोना को हराने और भगाने की शासन प्रशासन की मुहिम में कदम से कदम मिलाकर चल रही है. रोजमर्रा के काम कर अपने और परिवार का भरण पोषण करने वाली जिले की आधी आबादी ने कोरोना संक्रमण को हराने और भगाने का एक तरह से बीड़ा उठा लिया है. यही वजह है कि ग्रामीण महिलाएं अपने-अपने गांव के लाचार और बेबस बीमार वृद्ध लोगों को कोरोना वैक्सिनेशन सेंटर तक लाने और उन्हें कोरोना का टीका लगवाने के काम में इन दिनों पूरी मेहनत और लगन के साथ जुड़ गयी हैं. यह सब हुआ है पाकुड़ जिला प्रशासन की सूझबूझ और गांव की महिलाओं के सामूहिक प्रयास से.

देखें स्पेशल स्टोरी

ये भी पढ़ें-जमशेदपुरः ऑटो चालकों को रखना होगा सवारियों का ब्योरा, कोरोना के चलते प्रशासन ने दिए निर्देश

कोरोना संक्रमण से बचाने का काम

झारखंड राज्य के अंतिम छोर में बसे पाकुड़ जिले की महिलाएं दूसरे जिलों के वनस्पति शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ी हुई है, लेकिन इनकी हिम्मत और लगन ने पढ़ी-लिखी महिलाओं को कोरोना संक्रमण के इस दौर में पीछे छोड़ दिया है. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की ओर से संचालित सखी मंडलों से जुड़ी वैसी ग्रामीण महिलाएं जो अपने घर का कामकाज निपटाने के बाद आत्मनिर्भर बनने के लिए रोजी रोजगार कर रही हैं. वह अब समय बचा कर कोरोना संक्रमण से अपने गांव के लोगों को बचाने का काम कर रही हैं.

Corona Vaccination Center in pakur
स्कूटी वाली दीदी

ये भी पढ़ें-कोरोना मरीजों की संख्या में आई बड़ी उछाल, बुधवार को झारखंड में पाए गए लगभग 200 संक्रमित

वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने में दे रहीं साथ

गांव की यह महिलाएं कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने, प्रशासन की तरफ से संक्रमितों को समुचित इलाज मुहैया कराने की न केवल जानकारी दे रही है बल्कि जिले में कोरोना वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रशासन का सहयोग भी कर रही हैं. कुछ तो दीदियां स्कूटी से बुजुर्ग और बीमार से ग्रसित महिला-पुरुषों को वैक्सीनेशन सेंटर पर लाकर उन्हें टीका लगवा रही हैं और सकुशल उन्हें घर पहुंचाने का भी काम कर रही हैं. गांव की आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका सहायिका और सहिया भी वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने में अपना भरपूर सहयोग दे रही हैं. जिले की आदिम जनजाति पहाड़िया आदिवासी बहुल गांव की ग्रामीण महिलाएं पूरे जोश और खरोश के साथ कोरोना वैक्सिनेशन के कार्य को पूरा करने में जुटी हुई हैं.

Corona Vaccination Center in pakur
पाकुड़ में वैक्सीनेशन

स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक 23 मार्च तक जिले के पाकुड़ सदर प्रखंड में 9200, हिरणपुर प्रखंड में 5600, लिट्टीपाड़ा प्रखंड में 5650, अमड़ापाड़ा प्रखंड में 4550, महेशपुर प्रखंड में 9990 और पाकुड़िया प्रखंड में 7900 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है.

पाकुड़: कम महिला साक्षरता दर वाले पाकुड़ जिले की आधी आबादी कोरोना को हराने और भगाने की शासन प्रशासन की मुहिम में कदम से कदम मिलाकर चल रही है. रोजमर्रा के काम कर अपने और परिवार का भरण पोषण करने वाली जिले की आधी आबादी ने कोरोना संक्रमण को हराने और भगाने का एक तरह से बीड़ा उठा लिया है. यही वजह है कि ग्रामीण महिलाएं अपने-अपने गांव के लाचार और बेबस बीमार वृद्ध लोगों को कोरोना वैक्सिनेशन सेंटर तक लाने और उन्हें कोरोना का टीका लगवाने के काम में इन दिनों पूरी मेहनत और लगन के साथ जुड़ गयी हैं. यह सब हुआ है पाकुड़ जिला प्रशासन की सूझबूझ और गांव की महिलाओं के सामूहिक प्रयास से.

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कोरोना संक्रमण से बचाने का काम

झारखंड राज्य के अंतिम छोर में बसे पाकुड़ जिले की महिलाएं दूसरे जिलों के वनस्पति शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ी हुई है, लेकिन इनकी हिम्मत और लगन ने पढ़ी-लिखी महिलाओं को कोरोना संक्रमण के इस दौर में पीछे छोड़ दिया है. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की ओर से संचालित सखी मंडलों से जुड़ी वैसी ग्रामीण महिलाएं जो अपने घर का कामकाज निपटाने के बाद आत्मनिर्भर बनने के लिए रोजी रोजगार कर रही हैं. वह अब समय बचा कर कोरोना संक्रमण से अपने गांव के लोगों को बचाने का काम कर रही हैं.

Corona Vaccination Center in pakur
स्कूटी वाली दीदी

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वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने में दे रहीं साथ

गांव की यह महिलाएं कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने, प्रशासन की तरफ से संक्रमितों को समुचित इलाज मुहैया कराने की न केवल जानकारी दे रही है बल्कि जिले में कोरोना वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रशासन का सहयोग भी कर रही हैं. कुछ तो दीदियां स्कूटी से बुजुर्ग और बीमार से ग्रसित महिला-पुरुषों को वैक्सीनेशन सेंटर पर लाकर उन्हें टीका लगवा रही हैं और सकुशल उन्हें घर पहुंचाने का भी काम कर रही हैं. गांव की आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका सहायिका और सहिया भी वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने में अपना भरपूर सहयोग दे रही हैं. जिले की आदिम जनजाति पहाड़िया आदिवासी बहुल गांव की ग्रामीण महिलाएं पूरे जोश और खरोश के साथ कोरोना वैक्सिनेशन के कार्य को पूरा करने में जुटी हुई हैं.

Corona Vaccination Center in pakur
पाकुड़ में वैक्सीनेशन

स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक 23 मार्च तक जिले के पाकुड़ सदर प्रखंड में 9200, हिरणपुर प्रखंड में 5600, लिट्टीपाड़ा प्रखंड में 5650, अमड़ापाड़ा प्रखंड में 4550, महेशपुर प्रखंड में 9990 और पाकुड़िया प्रखंड में 7900 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है.

Last Updated : Mar 25, 2021, 8:55 PM IST
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