पाकुड़: पचुवाड़ा नोर्थ कोल ब्लॉक से कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की रेलमार्ग से कोयले की ढुलाई सुपरवाइजरो एवं ऑपरेटरों ने आज ठप कर दी. कंपनी के अधीन काम कर रहे कर्मियो ने लोटामारा रेलवे साइडिंग में मालगाड़ी के डिब्बे में न तो कोयले की लोडिंग करने दी और न ही उसे रेल मार्ग से ले जाने दिया.
दर्जनो की संख्या में रेलवे साइडिंग में काम कर रहे कर्मी पहुंचे और जैसे ही मालगाड़ी की बोगी कोयला लेने पहुंची उसे रोक दिया और उसमें कोयला की लोडिंग नहीं होने दी. कंपनी के अधीन काम कर रहे कर्मियो ने बताया कि लॉकडाउन का अनुपालन कंपनी नहीं कर रही है. इतना ही नही कंपनी के अधीन काम कर रहे राजकरण शर्मा की अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसका इलाज नही कराया गया जिसके चलते उसकी मौत हो गयी थी.
कोयले की ढुलाई ठप कर रहे कर्मियों ने कोयला उत्खनन करने वाली कंपनी से मृतक के परिजन को मुआवजा देने, एक सदस्य को नौकरी देने एवं सभी कर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी करने की मांग की है.
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कर्मियों का नेतृत्व कर रहे प्रसन्ना पांडेय ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी करने का आश्वासन डब्लुबीपीडीसीएल एवं बीजीआर कंपनी नही देती रेल मार्ग से कोयले की ढुलाई बाधित रहेगी. रेल मार्ग से कोयला ढुलाई बाधित होने के कारण सरकार को लगभग एक करोड़ रूपये का नुकसान उठाना पड़ा.
कोयले की ढुलाई कर्मियो द्वारा ठप किये जाने को लेकर परिवहन करने वाली कंपनी बीजीआर के डिप्टी मैनेजर जेम्स मुर्मू ने बताया कि कंपनी के उच्च अधिकारी जिला मुख्यालय में नही हैं जिसके चलते इनकी मांगों को पूरा करने में कुछ दिक्कतें हो रहीं हैं.