पाकुड़: विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर मंगलवार को पाकुड़ सदर अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन डीसी वरुण रंजन, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ अमित कुमार सहित मौजूद अन्य पदाधिकारियों ने दीप जलाकर किया.
2030 तक पाकुड़ को मलेरिया मुक्त बनाने का है लक्ष्यः कार्यक्रम में सेविका, सहिया, एमपीडब्ल्यू सहित स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे. इस मौके पर डीसी वरुण रंजन ने मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि पाकुड़ जिले को 2030 तक मलेरिया मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इस अभियान को सफल बनाने के लिए आप सभी का सहयोग जरूरी है. डीसी ने कहा कि जिस तरह स्वास्थ्य कर्मी क्षेत्र में लगन के साथ काम कर रहे हैं, हमें सफलता जरूर मिलेगी.
मलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करने की अपीलः डीसी ने मौजूद कर्मियों और पदाधिकारियों से मलेरिया प्रभावित ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक करने, एक्टिव केस खोजकर मरीजों का समय और बेहतर इलाज कराने की अपील की. इस मौके पर डीसी ने मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित भी किया.
जनवरी से मार्च 2023 तक मिले 38 मलेरिया मरीजः स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पाकुड़ जिले में वर्ष 2018 में 84 हजार 702 ब्लड सैंपल कलेक्ट किए गए थे, जिसमें जांच में 313 मलेरिया पॉजिटिव मरीज पाए गए थे. वहीं वर्ष 2019 में 85 हजार 531 सैंपल कलेक्ट किए गए थे, जिसमें 299 मलेरिया पॉजिटिव मरीज पाए गए. वहीं वर्ष 2020 में 59 हजार 922 में से 301, वर्ष 2021 में 26 हजार 350 में 294, वर्ष 2022 में 1 लाख 12 हजार 768 में 773 और मार्च 2023 तक 28 हजार 452 सैंपल कलेक्शन में मात्र 38 मलेरिया के मरीज पाए गए.जानकारी के मुताबिक सभी मरीजों का सफल इलाज किया गया है.