पाकुड़: राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन हों या पुलिस महकमा के मुखिया पुलिस महानिदेशक एमवी राव दोनों कानून का राज प्रदेश में कायम रखने, पुलिस को जनता के प्रति वफादार बनाने और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के प्रति रोज नए-नए आदेश निर्देश न केवल जारी कर रहे हैं, बल्कि अपने स्तर से सख्त कदम भी उठा रहे हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी पुलिस विभाग के कर्मी और अधिकारी हैं जिनके चलते आम सहित खास लोगों को न केवल परेशान होना पड़ता है, बल्कि उनके दिए गए दुख और दर्द उन्हें असहाय पीड़ा देने का काम करते हैं.
बेवजह पिटाई
दरअसल, जिले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के पास पाकुड़-अमड़ापाड़ा लिंक रोड पर पुलिस की पिटाई से डंपर चालक नंदलाल मिश्रा कराहता रहा. पीड़ित ने आरोपी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस महानिदेशक से न्याय की गुहार लगाई है. चालक की पुलिस ने इतनी बेरहमी से पिटाई की है कि उसके दोनों पैर में काले धब्बे पड़ गए हैं और हाथ में जख्म के निशान. चालक नंदलाल मिश्रा ने अपने साथ बीती घटना बयां करते हुए बताया कि बिना उसके दोष बताए गश्ती में शामिल अमड़ापाड़ा थाने के एक पुलिस पदाधिकारी ने मारना-पीटना शुरू कर दिया. चालक नंदलाल ने बताया कि वह अमड़ापाड़ा प्रखंड के कोयला खदान से कोयला लेकर पाकुड़ रेलवे साइडिंग की ओर आ रहा था. वहीं, कोलखीपाड़ा गांव के निकट अमड़ापाड़ा थाने की पेट्रोलिंग पार्टी ने उसकी गाड़ी रोकी और बेवजह पिटाई कर दी.
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मामले की होगी जांच
इस मामले में जब अमड़ापाड़ा के पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चालक के साथ की गई मारपीट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि गश्ती में कौन पुलिस अधिकारी थे, इसकी जानकारी ली जाएगी और मामले की जांच की जाएगी.