पाकुड़: जिला में कोल कंपनी दावा कर रही है कि अमड़ापाड़ा पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक के विशनपुर गांव से लोटामारा रेलवे साइडिंग तक डंपरों से भारी मात्रा में कोयले की चोरी (Coal theft in Pakur) हो रही है. जबकि प्रशासन का कहना है कि यहां डंपरों से कोयला चोरी पर अंकुश लगा दिया गया है. फिर भी कोल कंपनी के दावों से परेशान प्रशासन ने कोयले से लदे डंपरों को जब्त कर तीन-चार स्थानों में वजन कराया और माइनिंग चालान से मिलान किया. प्रशासन की इस कार्रवाई से कोल कंपनी और ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप मच गया है.
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क्या है पूरा मामला: जानकारी के मुताबिक विशनपुर गांव से कोयला लोड कर प्रतिदिन 350 से 400 हाइवा डंपिंग एरिया लोटामारा में अनलोड किया जाता है. इस दौरान बीच रास्ते में कई स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा वाहनों को रोककर कोयला उतार लिया जा रहा है. कोयला उत्खनन कर रहे बीजीआर इंफ्रा लिमिटेड द्वारा खदान से डंपिंग एरिया में भेजे जा रहे कोयले की 50 प्रतिशत चोरी प्रतिदिन दिखाई जा रही है, जिससे पुलिस काफी परेशान है.
पुलिस ने क्यों की यह कार्रवाई: पाकुड़ पुलिस यह दावा कर रही है कि पाकुड़ अमड़ापाड़ा लिंक रोड में कोयला की चोरी पर अंकुश लगाया गया है. इसके बावजूद कोल कंपनी कोयला चोरी का दावा कैसे कर रही है. इसी से परेशान सिविल एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने कोयले से लदे 17 डंपरों को जब्त कर उसे लोडिंग, अनलोडिंग पॉइंट के अलावा मालपहाड़ी रोड और एक अन्य स्थान पर वजन कराया ताकि प्रशासन यह पता कर सके कि कही लोडिंग कम और चालान ज्यादा दिखाकर चोरी तो नहीं दिखायी जा रही है.
कुछ भी बोलने से बच रहा है प्रशासन: सिविल एवं पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई से न केवल कोल कंपनी बल्कि ट्रांसपोर्टरों में भी हड़कंप मच गया है. कोयला से लदे डंपरों को जब्त करने और उसे वजन कराने के दौरान अंचलाधिकारी आलोक वरण केशरी, एसडीपीओ अजीत कुमार विमल, नवनीत एंथोनी हेंब्रम, मेजर सहित कई अधिकारी व जवान शामिल थे लेकिन, किए गए इस कार्रवाई के बारे में प्रशासन से जुड़े अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
कोयला चोरी के दावे से परेशान प्रशासन ने की कार्रवाई, कोल कंपनी और ट्रांसपोटरों में हड़कंप - Jharkhand News
पाकुड़ में कोल कंपनी अमड़ापाड़ा पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक से ट्रांसफर किए जा रहे कोयले के 50 प्रतिशत चोरी (Coal theft in Pakur) का दावा कर रही है. जिसके बाद परेशान प्रशासन ने मामले को लेकर सख्ती से कार्रवाई की. इस कार्रवाई से कोल कंपनी के साथ ट्रांसपोटरों में हड़कंप मच गया है.
पाकुड़: जिला में कोल कंपनी दावा कर रही है कि अमड़ापाड़ा पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक के विशनपुर गांव से लोटामारा रेलवे साइडिंग तक डंपरों से भारी मात्रा में कोयले की चोरी (Coal theft in Pakur) हो रही है. जबकि प्रशासन का कहना है कि यहां डंपरों से कोयला चोरी पर अंकुश लगा दिया गया है. फिर भी कोल कंपनी के दावों से परेशान प्रशासन ने कोयले से लदे डंपरों को जब्त कर तीन-चार स्थानों में वजन कराया और माइनिंग चालान से मिलान किया. प्रशासन की इस कार्रवाई से कोल कंपनी और ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप मच गया है.
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क्या है पूरा मामला: जानकारी के मुताबिक विशनपुर गांव से कोयला लोड कर प्रतिदिन 350 से 400 हाइवा डंपिंग एरिया लोटामारा में अनलोड किया जाता है. इस दौरान बीच रास्ते में कई स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा वाहनों को रोककर कोयला उतार लिया जा रहा है. कोयला उत्खनन कर रहे बीजीआर इंफ्रा लिमिटेड द्वारा खदान से डंपिंग एरिया में भेजे जा रहे कोयले की 50 प्रतिशत चोरी प्रतिदिन दिखाई जा रही है, जिससे पुलिस काफी परेशान है.
पुलिस ने क्यों की यह कार्रवाई: पाकुड़ पुलिस यह दावा कर रही है कि पाकुड़ अमड़ापाड़ा लिंक रोड में कोयला की चोरी पर अंकुश लगाया गया है. इसके बावजूद कोल कंपनी कोयला चोरी का दावा कैसे कर रही है. इसी से परेशान सिविल एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने कोयले से लदे 17 डंपरों को जब्त कर उसे लोडिंग, अनलोडिंग पॉइंट के अलावा मालपहाड़ी रोड और एक अन्य स्थान पर वजन कराया ताकि प्रशासन यह पता कर सके कि कही लोडिंग कम और चालान ज्यादा दिखाकर चोरी तो नहीं दिखायी जा रही है.
कुछ भी बोलने से बच रहा है प्रशासन: सिविल एवं पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई से न केवल कोल कंपनी बल्कि ट्रांसपोर्टरों में भी हड़कंप मच गया है. कोयला से लदे डंपरों को जब्त करने और उसे वजन कराने के दौरान अंचलाधिकारी आलोक वरण केशरी, एसडीपीओ अजीत कुमार विमल, नवनीत एंथोनी हेंब्रम, मेजर सहित कई अधिकारी व जवान शामिल थे लेकिन, किए गए इस कार्रवाई के बारे में प्रशासन से जुड़े अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.