पाकुड़: नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन पूरे देश में लागू करने के गृहमंत्री अमित शाह के हालिया बयान के बाद एक खास समुदाय में खलबली मच गई है. देश की नागरिकता और पहचान बताने के लिए लोगों ने सभी काम छोड़कर आधार कार्ड बनाने पर फोकस कर रखा है. एनआरसी के डर का अंदाजा इसी से लग रहा है कि ममता बनर्जी प.बंगाल में एनआरसी लागू नहीं करने के ऐलान के साथ ही विरोध कर रही हैं. हालांकि वहां के लोग झारखंड में आधार कार्ड बनवाने के लिए जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
झारखंड के पाकुड़ से सटे मुर्शिदाबाद और वीरभूम जिले के सैकड़ों लोग इन दिनों आधार कार्ड बनाने के लिए भारी तादाद में पाकुड़ पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन जिला मुख्यालय के भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा, इलाहाबाद बैंक, सदर प्रखंड कार्यालय परिसर आदि स्थानों में सुबह होते ही सैकड़ों की संख्या में पश्चिम बंगाल के लोग पहुंच रहे हैं. पश्चिम बंगाल के अधिकांश लोगों के आधार कार्ड बनाने के लिए पहुंचने के कारण वैसे स्थानीय लोग जिन्होंने अबतक अपना आधार कार्ड नहीं बनवाया है उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
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वैसे तो आधार कार्ड बनाने के लिए राज्य सीमाओं की बाध्यता नहीं है, लेकिन लोगों की मानें तो पश्चिम बंगाल के लोगों का पाकुड़ में आधार कार्ड बनाने के लिए सैकड़ों की संख्या में रोजाना आना एनआरसी लागू होने की घोषणा के बाद इजाफा हुआ है. पश्चिम बंगाल के लोगों का पाकुड़ जिले में आधार कार्ड बनवाने में एक गिरोह भी सक्रिय है. जानकारी के मुताबिक, गिरोह के सदस्यों की भूमिका पश्चिम बंगाल के लोगों का पहले आधार कार्ड बनवाने में अहम मानी जा रही है.
हिंदू जागरण मंच के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि बंग्लादेशी घुसपैठ इस क्षेत्र में काफी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. वहीं, पाकुड़ के कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा कि एनआरसी के नाम पर भाजपा मुस्लिम समुदाय के लोगों को डराना चाहती है. विधायक ने कहा कि एनआरसी की शुरुआत कांग्रेस ने ही की थी और कांग्रेस इसका स्वागत भी करती है, लेकिन भाजपा के लोग एनआरसी के नाम पर मुस्लिम समुदाय को डरा रहे हैं.