पाकुड़: नक्सल प्रभावित गांव के रूप में चयनित अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के आलुबेड़ा में पुलिस प्रशासन ने शनिवार को सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन पुलिस और पब्लिक के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए किया गया. जहां नक्सली गतिविधियों पर रोक लगाया जा सके. वहीं ग्रामीणों का विश्वास जितने के लिए यह सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन कर लोगो की समस्याए सुनी गई. नक्सल के खात्मे को लेकर पुलिस द्वारा किये जाने वाले कार्यो की जानकारी दी गई. साथ ही सैकड़ों लोगों के बीच वस्त्र आदि का वितरण भी किया गया.
एसपी राजीव रंजन सिंह ने आलुबेड़ा और आसपास के गांवों में पहुंचे और बेरोजगार युवकों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने का भी भरोसा दिया. एसपी ने कहा कि आलुबेड़ा पूर्व में भी नक्सली गतिविधियों का केंद्र रहा है. अब कोयला खदान चालु होने वाला है और आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी और इस दौरान नक्सलियों की गतिविधियों से इंकार नहीं किया जा सकता है.
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वहीं पुलिस प्रशासन ने तय किया कि गांव के लोगों का पहले विश्वास जितेंगे ताकि नक्सली घटनाएं न घटे और उनकी गतिविधियों की सूचना मिल सके. एसपी ने कहा कि पुलिस और पब्लिक के सक्रिय रहने से नक्सल जैसी समस्याएं खत्म होगी. उन्होंने कहा कि बेरोजगारो की सूची तैयार की जायेगी और उनका कौशल विकास कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा. सामुदायिक कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों के बीच साड़ी, धोती, गमछा, तौलिया, छाता, टॉर्च आदि का वितरण किया गया.
मौके पर एसएसबी कमांडेंट प्रक्षित बेहरा ने कहा कि नक्सल प्रभावित इन गांवों में एसएसबी द्वारा भी कैम्प लगाया जाता है और ग्रामीणों के सहयोग के साथ ग्रामीणों का सहयोग भी लिया जाता है. उन्होंने बताया कि पाकुड़ के इन क्षेत्रों में अभी नक्सली गतिविधि काफी कम है.