पाकुड़: कभी शिक्षा के क्षेत्र में नीचे रहने वाला जिला इस बार लंबी छलांग लगाते हुए राज्य का पहला जिला बन गया है. वहीं देश भर में तीसरा नंबर हासिल करने में सफल रहा. आधारभूत संरचना विकसित करने का क्षेत्र हो या शैक्षणिक गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी, सभी मामलों में पाकुड़ जिले की स्थिति में पहले की अपेक्षा काफी बदलाव हुआ है.
100 आकांक्षी जिलों में पाकुड़ को नीति आयोग ने देश में तीसरा और राज्य में पहला स्थान दिया है. मई, 2019 की डेल्टा रैंकिंग बीते बुधवार को जारी हुई. आधारभूत संरचना विकसित करने के आधार पर यह स्थान हासिल हुई है. जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में संस्थागत प्रसव, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर रोक को लेकर प्रशिक्षण, जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन समय-समय पर किया गया.
डेल्टा रैंकिंग में राज्य में पहला स्थान पाकुड़ को दिये जाने पर डीसी कुलदीप चौधरी ने कहा कि हर क्षेत्र में गुणात्मक सुधार को लेकर काम किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि फरवरी और मार्च महीने में भी जिले को दूसरा स्थान मिला था.
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डीसी ने बताया कि पुरस्कार में प्राप्त राशि शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्तीय समावेशन, कृषि एवं आधारभूत संरचना विकसित करने में खर्च की जाएगी. साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल केंद्र बनाने और 53 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू करने का काम भी किया जाएगा.