पाकुड़ : ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का मिलाजुला असर जिले में भी रहा. ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने यहां मालपहाड़ी पत्थर उद्योग को बंद कराया और शहरी क्षेत्र में भी प्रदर्शन किया.
ट्रेड यूनियन के नेता और सैकड़ों मजदूरों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया और जमकर मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए. सीटू के जिला सचिव मानिक दुबे ने बताया कि श्रम कानून में परिवर्तन, देश में बढ़ती महंगाई, एनआरसी, एनपीए, सीएए के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार जेएनयू में छात्रों पर अत्याचार बंद करे और दोषियों पर कार्रवाई करें.
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वहीं, इंटक नेता अर्धेंदु शेखर गांगुली ने कहा कि देशभर के 8 मजदूर यूनियन सरकार की नीति के खिलाफ सड़क पर हैं. उन्होंने सरकार से मजदूरों का छंटनी बंद करने, मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी के साथ पीएफ देने की मांग की. इंटक नेता ने जेएनयू छात्र पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि हमलोग मजदूर विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ हैं, जबतक न्याय नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगा.