पाकुड़: हूल दिवस पर पूरे झारखंड में संथाल विद्रोह के नायक सिदो-कान्हू को याद किया जा रहा है और उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है. पाकुड़ में भी सिदो कान्हू मुर्मू पार्क के अलावा लिट्टीपाड़ा प्रखंड के डुमरिया सहित दर्जनों जगहों पर सिदो कान्हू और चांद भैरव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
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सिद्धो कान्हू मुर्मू पार्क में डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी मणिलाल मंडल, एसडीओ पंकज कुमार साव के अलावा बीजेपी, कांग्रेस, झामुमो और आजसू के प्रतिनिधी मौजूद रहे. यहां उन्होंने शहीद सिदो कान्हू को याद किया और उन्हें माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं, लिट्टीपाड़ा प्रखंड के डुमरिया गांव में झामुमो विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने शहीद सिदो कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि दी. इस दौरान विधायक ने कहा स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजो को धूल चटाने में सिदो कान्हू और चांद भैरव की अहम भूमिका रही और उन्होंने अपना बलिदान दिया. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.
कोरोना संक्रमण के कारण जिले में हूल दिवस के अवसर पर होने वाले बड़े कार्यक्रमो को रद्द कर दिया गया. डीसी के निर्देश पर सभी शहीद स्थलों एवं चौक चौराहों में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे. यहां सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखते हुए प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.
सीएम हेमंत सोरेन ने भी दी श्रद्धांजलि
इससे पहले रांची में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हूल क्रांति के नाम से विख्यात संथाल विद्रोह के नायक सिदो-कान्हू को श्रद्धांजलि दी. रांची के कांके रोड स्थित अपने आवास पर हेमंत सोरेन ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सिदो-कान्हू के अलावा चांद, भैरव फूलों और झानो के साथ-साथ विद्रोह में शहादत देने वाले सभी वीरों का बलिदान सदैव झारखंड के लोगों को प्रेरित करेगा.