पाकुड़: जिला में इन दिनों फर्जी लॉटरी का धंधा (Fake lottery business in Pakur) जोरों पर है. लॉटरी का अवैध कारोबार शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में थमने का नाम नहीं ले रहा है. भोले भाले ग्रामीणों और मजदूरों को पुरस्कार का लोभ देकर प्रशासन के नाक के नीचे माफिया करोड़ो का धंधा कर रहे हैं. पाकुड़ के शहरी सहित ग्रामीण इलाकों के अलावा हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, पाकुड़िया, महेशपुर प्रखंड मुख्यालय में लॉटरी का अवैध कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है और लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं.
पाकुड़ के दर्जनों लॉटरी माफिया (Lottery mafia in Pakur) नागालैंड स्टेट के नाम पर लॉटरी छापकर बेरोजगार लोगों के हाथ उसे बेचने का काम करवा रहे हैं. हालंकि, पुलिस भी लॉटरी के अवैध धंधे को रोकने के लिए प्रयास कर रही है लेकिन, अब तक लॉटरी के छोटे मोटे कारोबारी को ही पकड़ पाई है. जबकि मुख्य कारोबारी के यहां छापेमारी के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी है. जिले में डियर मरकरी, डियर टोरसा सहित कई नाम पर लॉटरी की बिक्री जमकर हो रही है और भोलेभाले लोग ठगी का शिकार हो रहे है और माफियाओं की चांदी कट रही है.
मालूम हो कि झारखंड में लॉटरी की बिक्री (Lottery sales in Jharkhand) पर पूरी तरह प्रतिबंध है. फिर भी पाकुड़ में माफिया नागालैंड स्टेट में छप रहे लॉटरी के नाम पर एटीएम लॉटरी छापकर बेच रहे हैं. माफियाओं को ये धंधा सालों से चल रहा है और नागालैंड स्टेट लॉटरी के पुरस्कार का नंबर प्रकाशित होने पर उसी आधार पर एटीएम लॉटरी का पुरस्कार माफिया द्वारा दिया जा है.
पाकुड़ में फर्जी लॉटरी का धंधा जोरों पर, भोले भाले ग्रामीण हो रहे ठगी का शिकार
पाकुड़ में फर्जी लॉटरी का धंधा (Fake lottery business in Pakur) चल रहा है. इस अवैध धंधे की जाल में भोले भाले ग्रामीणों को फंसाया जा रहा है.
पाकुड़: जिला में इन दिनों फर्जी लॉटरी का धंधा (Fake lottery business in Pakur) जोरों पर है. लॉटरी का अवैध कारोबार शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में थमने का नाम नहीं ले रहा है. भोले भाले ग्रामीणों और मजदूरों को पुरस्कार का लोभ देकर प्रशासन के नाक के नीचे माफिया करोड़ो का धंधा कर रहे हैं. पाकुड़ के शहरी सहित ग्रामीण इलाकों के अलावा हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, पाकुड़िया, महेशपुर प्रखंड मुख्यालय में लॉटरी का अवैध कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है और लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं.
पाकुड़ के दर्जनों लॉटरी माफिया (Lottery mafia in Pakur) नागालैंड स्टेट के नाम पर लॉटरी छापकर बेरोजगार लोगों के हाथ उसे बेचने का काम करवा रहे हैं. हालंकि, पुलिस भी लॉटरी के अवैध धंधे को रोकने के लिए प्रयास कर रही है लेकिन, अब तक लॉटरी के छोटे मोटे कारोबारी को ही पकड़ पाई है. जबकि मुख्य कारोबारी के यहां छापेमारी के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी है. जिले में डियर मरकरी, डियर टोरसा सहित कई नाम पर लॉटरी की बिक्री जमकर हो रही है और भोलेभाले लोग ठगी का शिकार हो रहे है और माफियाओं की चांदी कट रही है.
मालूम हो कि झारखंड में लॉटरी की बिक्री (Lottery sales in Jharkhand) पर पूरी तरह प्रतिबंध है. फिर भी पाकुड़ में माफिया नागालैंड स्टेट में छप रहे लॉटरी के नाम पर एटीएम लॉटरी छापकर बेच रहे हैं. माफियाओं को ये धंधा सालों से चल रहा है और नागालैंड स्टेट लॉटरी के पुरस्कार का नंबर प्रकाशित होने पर उसी आधार पर एटीएम लॉटरी का पुरस्कार माफिया द्वारा दिया जा है.