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लापरवाही विभाग की, खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण, 8 साल तक नहीं दिया बिजली बिल, फिर काटा कनेक्शन - electricity department

पाकुड़ के अमड़ापाड़ा प्रखंड में पूरे गांव का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है. जिससे लोगों के काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, बिजली विभाग का कहना है कि उपभोक्ताओं ने कई दिनों से बिजली बिल जमा नहीं किया है. जबकि ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर समय पर बिजली बिल नहीं देने का आरोप लगाया है .

electricity department of pakur cut the electricity connection in Amdapada block
बिजली विभाग ने काटा कनेक्शन
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Published : Jan 20, 2020, 12:17 PM IST

पाकुड़: शहरी सहित ग्रामीण इलाकों में जहां अनियमित बिजली आपूर्ति की शिकायतें आम बात हो गई हैं. वहीं, जिले का एक ऐसा गांव भी है, जहां बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा पूरे गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. बिजली विभाग की लापरवाही का नतीजा है कि पहले तो 8 साल से उपभोक्ताओं को बिजली बिल नहीं मिला और अब पूरे गांव की बिजली काट दी गई है.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-कड़िया मुंडा का हेमंत सोरेन को नसीहत, कहा- कांग्रेस की चतुराई से बच कर करें काम

साल 2011 से नहीं मिला बिजली बिल

जानकारी के अनुसार अमड़ापाड़ा प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल डुमरचीर कॉलोनी में 25 घर आदिम जनजाति पहाड़िया के हैं. साल 2008 से सभी पहाड़िया परिवार बिजली का उपयोग कर रहे हैं और बिल आने पर उसे जमा भी. लेकिन साल 2011 से विद्युत विभाग ने डूमरचीर कॉलोनी के उपभोक्ताओं को बिजली बिल नहीं भेजा और एकाएक सभी उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काट दिया गया.

बिना नोटिस के काट दिया कनेक्शन

पिछले 3 दिन से सभी पहाड़िया उपभोक्ता अंधकार में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. उनके पास इतने पैसे नहीं है कि केरोसिन खरीद कर लैंप के उजाले के सहारे अपने बच्चों को पठन-पाठन करा सके. ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी गांव पहुंचे और ट्रांसफार्मर से उनके घरों तक पहुंचाने वाली कनेक्शन को ही काट दिया. उन्होंने बताया कि बिजली विभाग से कनेक्शन काटने आए लोगों ने गांव के किसी भी व्यक्ति को कुछ भी नहीं बताया कि आखिर बिजली का कनेक्शन क्यों काट दिया गया. वहीं, बिजली विभाग के कर्मियों ने बताया कि गांव के उपभोक्ताओं का 30 से 40 हजार रुपया बकाया है.

इस मामले में विद्युत कार्यपालक अभियंता समीर कुमार ने बताया कि डुमरचीर कॉलोनी के एक व्यक्ति का बिजली कनेक्शन काटा गया है. उन्होंने बताया कि जहां तक पूरे गांव का बिजली कनेक्शन काटने की बात है इसकी जांच कराई जाएगी.

पाकुड़: शहरी सहित ग्रामीण इलाकों में जहां अनियमित बिजली आपूर्ति की शिकायतें आम बात हो गई हैं. वहीं, जिले का एक ऐसा गांव भी है, जहां बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा पूरे गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. बिजली विभाग की लापरवाही का नतीजा है कि पहले तो 8 साल से उपभोक्ताओं को बिजली बिल नहीं मिला और अब पूरे गांव की बिजली काट दी गई है.

देखें पूरी खबर

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साल 2011 से नहीं मिला बिजली बिल

जानकारी के अनुसार अमड़ापाड़ा प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल डुमरचीर कॉलोनी में 25 घर आदिम जनजाति पहाड़िया के हैं. साल 2008 से सभी पहाड़िया परिवार बिजली का उपयोग कर रहे हैं और बिल आने पर उसे जमा भी. लेकिन साल 2011 से विद्युत विभाग ने डूमरचीर कॉलोनी के उपभोक्ताओं को बिजली बिल नहीं भेजा और एकाएक सभी उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काट दिया गया.

बिना नोटिस के काट दिया कनेक्शन

पिछले 3 दिन से सभी पहाड़िया उपभोक्ता अंधकार में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. उनके पास इतने पैसे नहीं है कि केरोसिन खरीद कर लैंप के उजाले के सहारे अपने बच्चों को पठन-पाठन करा सके. ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी गांव पहुंचे और ट्रांसफार्मर से उनके घरों तक पहुंचाने वाली कनेक्शन को ही काट दिया. उन्होंने बताया कि बिजली विभाग से कनेक्शन काटने आए लोगों ने गांव के किसी भी व्यक्ति को कुछ भी नहीं बताया कि आखिर बिजली का कनेक्शन क्यों काट दिया गया. वहीं, बिजली विभाग के कर्मियों ने बताया कि गांव के उपभोक्ताओं का 30 से 40 हजार रुपया बकाया है.

इस मामले में विद्युत कार्यपालक अभियंता समीर कुमार ने बताया कि डुमरचीर कॉलोनी के एक व्यक्ति का बिजली कनेक्शन काटा गया है. उन्होंने बताया कि जहां तक पूरे गांव का बिजली कनेक्शन काटने की बात है इसकी जांच कराई जाएगी.

Intro:बाइट : मार्टिन विजियम, ग्रामीण
बाइट : विजय पहाड़िया, ग्रामीण
पाकुड़ : शहरी सहित ग्रामीण इलाकों में जहां अनियमित बिजली की शिकायतें आम बात हो गई है। वहीं जिले का एक ऐसा गांव भी है जहां बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा पूरे गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। विद्युत विभाग की लापरवाही का नतीजा है कि 8 साल से उपभोक्ताओं को बिजली भी पत्र नहीं मिला और एकाएक पूरे गांव का बिजली कनेक्शन काट दिया गया।


Body:हम जिस गांव की चर्चा कर रहे हैं वह है अमड़ापाड़ा प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल डुमरचीर कॉलोनी। इस कॉलोनी में 25 घर आदिम जनजाति पहाड़िया के हैं। वर्ष 2008 से यह सभी पहाड़िया परिवार बिजली का उपयोग कर रहे है और विपत्र आने पर उसे जमा भी। वर्ष 2011 से विद्युत विभाग ने डूमरचीर कॉलोनी के अपने उपभोक्ताओं को बिजली भी विपत्र नहीं भेजा और एकाएक सभी उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काट दिया गया। बीते 3 दिन से सभी पहाड़िया उपभोक्ता शाम होने के बाद अंधकार में अपना जिंदगी बिता रहे हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं है कि यह किरासन खरीद कर उजाले का सहारा लेकर अपने बच्चों को पठन-पाठन करा सके और घरेलू काम का निपटारा। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के जेई एवं मिस्त्री गांव पहुंचे और ट्रांसफार्मर से उनके घरों तक पहुंचाने वाली कनेक्शन को ही विच्छेद कर दिया। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग से कनेक्शन काटने आए गांव के किसी भी व्यक्ति को कुछ भी नहीं बताया कि आखिर विद्युत कनेक्शन विच्छेद क्यों किया। ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत कार्यालय जाकर कर्मियों पूछने पर बताया कि गांव के उपभोक्ताओं के 30 से 40 हजार रुपये बकाया हो गया है और विपक्ष के बारे में कार्यालय से जाकर पता करें।


Conclusion:इस मामले में कार्यपालक अभियंता विद्युत समीर कुमार ने दूरभाष पर बताया कि डूंगर चीज कॉलोनी एक व्यक्ति का विद्युत कनेक्शन काट कर उस पर अपार कराया गया है उन्होंने बताया कि जहां तक पूरे गांव का बिजली कनेक्शन काटने की बात है इसकी जांच कराई जाएगी
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