पाकुड़: नगर निकाय का चुनाव समय पर नहीं कराए जाने से पाकुड़ के वार्ड पार्षद, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष में हेमंत सरकार पर खासा नाराजागी है. पार्षदों का आरोप है कि वर्तमान सरकार राज्य में अफसरशाही को बढ़ावा देने के लिए नगर निकाय का चुनाव पांच साल पूरा होने के बावजूद नहीं कराया.
नगर निकाय चुनाव जल्द नहीं हुआ तो लोगों को होगी समस्याः वार्ड पार्षद अशोक प्रसाद का कहना है कि वर्तमान सरकार ओबीसी को आरक्षण दिलाना हो या नगर निकाय का चुनाव कराने में असफल रही है. ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. वहीं पार्षद नुरुल हक अंसारी ने कहा कि नगर निकाय का जल्द चुनाव हो इसके लिए सरकार को पत्राचार किया गया है और झारखंड ने नगर निकाय का चुनाव जल्द कराने का आग्रह किया गया है.
नगर परिषद का कार्यकाल बढ़ाने की मांगः वार्ड पार्षद मोइस्माइल हक ने कहा कि वर्तमान में चुनाव होने की संभावना नहीं दिख रही है और जिस तरह जिला परिषद का कार्यकाल समिति गठन कर कार्यकाल को बढ़ाया गया था उसी तर्ज पर नगर परिषद का कार्यकाल भी बढ़ाया जाए. वहीं वार्ड पार्षद पूनम देवी का कहना है कि जनता के हित को ध्यान में रखकर समय पर चुनाव कराना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब सरकार कार्यकाल के विस्तार करे.वहीं पार्षद मो खुर्शीद आलम ने कहा कि हेमंत सरकार स्थानीय नगर निकाय को तरजीह देना नहीं चाहती है और कागजी प्रक्रिया के पेच में फंसा कर ऐनकेण प्रकारेण चुनाव नहीं कराना चाहती है. वार्ड पार्षद मोअसलम अंसारी ने कहा कि जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार को नगर परिषद का कार्यकाल को बढ़ाना चाहिए.
सरकार शीघ्र चनाव कराए या कार्यकाल का विस्तार करेः इस संबंध में पाकुड़ नगर परिषद अध्यक्ष संपा साहा ने कहा कि जिला परिषद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी सरकार चुनाव कराने से पीछे हट गई. काफी आंदोलन के बाद चुनाव कराया गया और अब नगर निकाय की बारी आई तो सरकार एक बार फिर पीछे हट गई. इसका मुख्य कारण है कि अफसरशाही को बढ़ावा देना है. अध्यक्ष ने कहा कि सरकार जल्द नगर निकाय का चुनाव कराए और नहीं तो कार्यकाल का विस्तार करे, ताकि शहरी क्षेत्र का विकास में कोई बाधा नहीं आए और समस्या का त्वरित निदान हो सके.