लोहरदगा: जिले में पिछले 10 अप्रैल 2022 को सदर थाना क्षेत्र के हिरही गांव में सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद अब पुलिस प्रशासन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है. पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ ग्रामीण आक्रोशित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की ओर से निर्दोष और बेगुनाह लोगों को परेशान किया जा रहा है. आधी रात को पुलिस उनके घर में घुसती है और उन्हें धमकी देती है. महिलाएं अपनी फरियाद लेकर सैकड़ों की संख्या में डीसी ऑफिस पहुंच गई थी.
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महिलाओं ने सुनाई अपनी आपबीती: जिले के सदर प्रखंड के कुजरा, हेसल और हेंदलासो गांव की सैकड़ों महिलाओं ने लोहरदगा डीसी कार्यालय पहुंकर अपनी आपबीती बताया. मौके पर मौजूद डीडीसी गरिमा सिंह, डीएसपी परमेश्वर प्रसाद ने महिलाओं की परेशानियों से अवगत होकर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है. डीडीसी ने एक सामान्य महिला की तरह डीसी ऑफिस के बाहर सीढ़ी में जमीन पर बैठकर महिलाओं की परेशानी को सुना.
10 अप्रैल को हिरही गांव में हुई रामनवमी जुलूस में पथराव और आगजनी के बाद लोहरदगा पुलिस उपद्रवियों के विरुद्ध कार्रवाई में जुटी है और पुलिस आरोपियों की धड़पकड़ में लगातार छापेमारी कर रही है. ग्रामीण महिलाओं ने अधिकारियों से पुलिस की बर्बरतापूर्ण रवैये की जानकारी दी और न्यायोचित कार्रवाई की मांग की है. महिलाओं ने बताया कि रात के दो बजे गांव पहुंचकर पुलिस खोजबीन करते हुए घर का दरवाजा तोड़ रही है. जिससे डर का माहौल बन गया है. वहीं इस पूरे मामले पर डीडीसी ने जांच और न्यायोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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लोहरदगा में सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई को लेकर महिलाओं ने आपत्ति जताई है. सैकड़ों महिलाओं ने डीसी ऑफिस पहुंचकर अपनी समस्याओं को रखा. पुलिस पर आधी रात को घर में घुसकर उन्हें धमकाने का आरोप लगाया. डीडीसी ने महिलाओं की परेशानी को सुना है और न्याय का भरोसा दिलाया है.