लोहरदगाः कोरोना की भयावहता और इससे बचने के लिए जरूरी उपायों के बारे में अब ग्रामीणों को लोक भाषा और लोक गीत के माध्यम से बताया जा रहा है. लोहरदगा के सुदूरवर्ती जंगली और पहाड़ी ग्रामीण इलाकों में भी जागरूकता को लेकर अभियान चल रहा है. यह अभियान प्रदान संस्था और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से चलाया जा रहा है. अभियान के दौरान ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है.
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गांव-गांव घूम रहा जागरूकता रथ
गांव-गांव में जागरूकता रथ घूम-घूम कर ग्रामीणों को जागरूक करने का काम कर रहा है. ध्वनि विस्तारक यंत्र और स्थानीय भाषा के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना जरूरी है. ग्रामीण एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें, भीड़ ना लगाएं. बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति के बारे में जानकारी हो तो तत्काल इसके बारे में स्थानीय प्रशासन को सूचित करें. बाहर से किसी भी व्यक्ति को गांव में प्रवेश करने से पूर्व उसके स्वास्थ्य जांच को लेकर जानकारी लें. अपनी सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहें. बेवजह घर से बाहर ना निकलें.
इस सभी प्रकार की बातों को जागरूकता रथ के माध्यम से ग्रामीणों को बताया जा रहा है. लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती पहाड़ी और ग्रामीण इलाकों में भी जागरूकता रथ के पहुंचने का उद्देश्य यह है कि अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जागरूक हो सके. सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी उन्हें सही-सही जानकारी हो. लोग किसी अफवाह में ना पड़ें. जागरूकता को लेकर किसी भी व्यक्ति में कोई संदेश ना रहे.