लोहरदगा: आदिवासी बहुल क्षेत्र होने की वजह से लोहरदगा लोकसभा की सीट आरक्षित सीट है. पिछले दो लोकसभा चुनाव से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुदर्शन भगत यहां से चुनाव जीतते रहे हैं. लोहरदगा लोकसभा सीट से इस बार भी भाजपा ने सुदर्शन भगत को लगातार तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है. लेकिन पिछले पांच सालों में इनकी संपत्ति में 7 गुना वृद्धि हुई है.
लोहरदगा जंगलों, नदियों, अपनी समस्याओं से जूझते ग्रामीणों, जिंदगी का ताना बाना बुनते भोले भाले लोगों के रूप में अपनी पहचान रखता है. पिछले पांच यहां समस्याओं में कोई खास कमी नहीं आई है. इन सबके बीच लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले सुदर्शन भगत की संपत्ति पिछले 5 साल में 7 गुना बढ़ गई है.
लोकसभा चुनाव 2014 के समय नामांकन प्रपत्र के साथ दिए गए शपथ पत्र में सुदर्शन भगत ने अपनी संपत्ति 8 लाख 77 हजार 604 रुपए बताई थी. जबकि पत्नी की संपत्ति 5 लाख 53 हजार 161 बताई थी. 2019 में जब सुदर्शन भगत ने नामांकन प्रपत्र भरते समय जो शपथ पत्र दाखिल किया है उसमें अपनी कुल आय 48 लाख 57 हजार 256 बताई है. जबकि पत्नी कृष्णा टोपनो की कुल आय 35 लाख 13 हजार 619 बताई है, यानी 5 सालों में सात गुना आय बढ़ गई है.
सुदर्शन भगत ने चुनाव के समय दिए गए शपथ पत्र में यह बताया है कि उन्होंने अपनी पत्नी के नाम से एक जमीन रांची के बारियातू में खरीदी है. यहां कुल 30 डिसमिल जमीन की वर्तमान कीमत 29 लाख रुपए है. दोनों ने अपनी आय का स्रोत वेतन और भत्ता बताया है.