लोहरदगा: महिला हिंसा के खिलाफ कार्य करने और जागरुकता लाने को लेकर केंद्र सरकार ने जेंडर जस्टिस सेंटर के संचालन का निर्णय लिया है (Gender Justice Center for awareness against women violence). इसके तहत झारखंड के अलग-अलग 5 जिलों में कुल 16 स्थानों और लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड में तीन स्थानों पर जेंडर जस्टिस सेंटर (Gender Justice Center in Lohardaga) का शुभारंभ किया गया है.
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जेंडर जस्टिस सेंटर का उद्देश्य: महिला हिंसा के खिलाफ जागरुकता लाने के लिए पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में कुल 160 स्थानों पर जेंडर जस्टिस सेंटर का शुभारंभ किया गया है. जेंडर जस्टिस सेंटर का संचालन जेएसएलपीएस से जुड़ी महिला संगठनों द्वारा किया जाएगा. इसका प्रमुख उद्देश्य महिला हिंसा की रोकथाम, पीड़ित महिलाओं और युवतियों को सरकारी तंत्र के सहयोग से न्याय दिलाना, समाज में महिला हिंसा और जेंडर आधारित भेदभाव के खिलाफ जागरुकता फैलाना है.
लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड में 3 सेंटर: लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड में निर्मल धारा आजीविका न्याय सलाह केंद्र पंडरा, चूल्हापानी आजीविका न्याय सलाह केंद्र जिमा और कोयल झरना आजीविका न्याय सलाह केंद्र कुडू का शुभारंभ किया गया है. प्रत्येक वर्ष नवंबर और दिसंबर के महीने में इस अभियान का संचालन किया जाएगा. इस साल 20 दिसंबर को औपचारिक रूप से अभियान का समापन होगा. जेंडर जस्टिस सेंटर के माध्यम से महिलाओं को न्याय दिलाने में सहयोग मिल सकेगा. ग्रामीणों के बीच जागरुकता अभियान चलाकर उन्हें जागरूक करने का भी प्रयास किया जाएगा.
महिला न्याय के लिए काम करेगा जेंडर जस्टिस सेंटर: समाज में शोषित और पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने की दिशा में जेंडर जस्टिस सेंटर काम करेगा. लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड में इस तरह के 3 सेंटर का संचालन किया जा रहा है. विगत दिनों केंद्र सरकार के मंत्री ने सेंटर का ऑनलाइन उद्घाटन किया है. अब यह सेंटर ग्रामीणों के बीच जागरुकता लाने का काम कर रहा है.