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जानिए, मंत्री ने क्यों कहा- पिछली सरकार की गलतियों का सिरदर्द झेल रही मौजूदा सरकार - लोहरदगा विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव

वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने पिछली बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. लोहरदगा में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछली सरकार की गलतियों का सिरदर्द मौजूदा हेमंत सरकार झेल रही है.

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वित्त मंत्री
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Published : Oct 8, 2021, 4:05 PM IST

Updated : Oct 8, 2021, 4:53 PM IST

लोहरदगा: झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री और लोहरदगा विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव शुक्रवार को लोहरदगा पहुंचे. डॉ. रामेश्वर उरांव ने जिला परिषदन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान रामेश्वर उन्होंने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. मंत्री ने बातचीत के दौरान पिछली सरकार की गलतियों को लेकर बड़ा बयान दिया है. सहायक पुलिस के स्थायीकरण और रोजगार के मुद्दे पर भी मंत्री ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. मंत्री के इस बयान को कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- कुपोषण को लेकर मंत्री रामेश्वर उरांव का बयान, सिर्फ माताएं और शिशु नहीं, बुजुर्ग की देखभाल भी जरूरी

झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने लोहरदगा में सहायक पुलिस के स्थायीकरण और रोजगार के मुद्दे पर महत्वपूर्ण बातें कही हैं. मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने रोजगार के नाम पर जो कुछ किया उसका सिरदर्द वर्तमान सरकार को झेलना पड़ रहा है. हम रोजगार को लेकर कोई ऐसा काम नहीं करेंगे, जिससे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो सके.

देखें पूरी खबर

उन्होंने कहा कि हम रोजगार को लेकर काम ऐसा करना चाहते हैं, नियमावली बनाकर इस प्रकार से नियुक्ति करना चाहते हैं कि अभ्यर्थी को नियुक्ति को लेकर कोर्ट जाने की स्थिति का सामना ना करना पड़े. पारा शिक्षकों के मामले में भी समस्या का समाधान किया जा रहा है, जो टेट पास नहीं है उनके लिए भी प्रयास किया जा रहा है.

सहायक पुलिस की नियुक्ति ही गलत थी
मंत्री डॉ. रामेश्वर उन्होंने कहा कि सहायक पुलिस के स्थायीकरण को लेकर सरकार प्रयास कर रही है. पिछली सरकार ने सहायक पुलिस की नियुक्ति ही गलत तरीके से किया था. पुलिस का जो अर्थ होता है, उसे ना करते हुए यह व्यवस्था किया गया था. पुलिस एक्ट के तहत, पुलिस मैनुअल के तहत यह नियुक्ति नहीं हुई थी. हम तत्कालीन डीजीपी से पूछना चाहेंगे कि किस पुलिस एक्ट में लिखा हुआ है कि किस प्रकार का व्यवस्था किया गया है, कहां किस पुलिस मैनुअल में लिखा हुआ है कि सहायक पुलिस की नियुक्ति करनी है.

अगर सरकार चाहती तो प्रारंभ से ही सहायक पुलिस का पद सृजित कर नियुक्ति कर सकती थी. इसके बाद नियमित रूप से उनकी सेवाएं ली जा सकती थी पर दो-दो साल उनकी सेवाएं बढ़ाते हुए उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया. सहायक पुलिस के मामले में पूर्ववर्ती सरकार ने गड़बड़ की है. अब हम उसमें लगे हुए हैं, हमारे ही जवान हैं, हमारे ही नागरिक हैं लेकिन यह कहने में गुरेज नहीं है कि पूर्ववर्ती सरकार की इसमें पूरी तरह से गलती रही है.

लोहरदगा: झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री और लोहरदगा विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव शुक्रवार को लोहरदगा पहुंचे. डॉ. रामेश्वर उरांव ने जिला परिषदन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान रामेश्वर उन्होंने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. मंत्री ने बातचीत के दौरान पिछली सरकार की गलतियों को लेकर बड़ा बयान दिया है. सहायक पुलिस के स्थायीकरण और रोजगार के मुद्दे पर भी मंत्री ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. मंत्री के इस बयान को कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

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झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने लोहरदगा में सहायक पुलिस के स्थायीकरण और रोजगार के मुद्दे पर महत्वपूर्ण बातें कही हैं. मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने रोजगार के नाम पर जो कुछ किया उसका सिरदर्द वर्तमान सरकार को झेलना पड़ रहा है. हम रोजगार को लेकर कोई ऐसा काम नहीं करेंगे, जिससे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो सके.

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उन्होंने कहा कि हम रोजगार को लेकर काम ऐसा करना चाहते हैं, नियमावली बनाकर इस प्रकार से नियुक्ति करना चाहते हैं कि अभ्यर्थी को नियुक्ति को लेकर कोर्ट जाने की स्थिति का सामना ना करना पड़े. पारा शिक्षकों के मामले में भी समस्या का समाधान किया जा रहा है, जो टेट पास नहीं है उनके लिए भी प्रयास किया जा रहा है.

सहायक पुलिस की नियुक्ति ही गलत थी
मंत्री डॉ. रामेश्वर उन्होंने कहा कि सहायक पुलिस के स्थायीकरण को लेकर सरकार प्रयास कर रही है. पिछली सरकार ने सहायक पुलिस की नियुक्ति ही गलत तरीके से किया था. पुलिस का जो अर्थ होता है, उसे ना करते हुए यह व्यवस्था किया गया था. पुलिस एक्ट के तहत, पुलिस मैनुअल के तहत यह नियुक्ति नहीं हुई थी. हम तत्कालीन डीजीपी से पूछना चाहेंगे कि किस पुलिस एक्ट में लिखा हुआ है कि किस प्रकार का व्यवस्था किया गया है, कहां किस पुलिस मैनुअल में लिखा हुआ है कि सहायक पुलिस की नियुक्ति करनी है.

अगर सरकार चाहती तो प्रारंभ से ही सहायक पुलिस का पद सृजित कर नियुक्ति कर सकती थी. इसके बाद नियमित रूप से उनकी सेवाएं ली जा सकती थी पर दो-दो साल उनकी सेवाएं बढ़ाते हुए उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया. सहायक पुलिस के मामले में पूर्ववर्ती सरकार ने गड़बड़ की है. अब हम उसमें लगे हुए हैं, हमारे ही जवान हैं, हमारे ही नागरिक हैं लेकिन यह कहने में गुरेज नहीं है कि पूर्ववर्ती सरकार की इसमें पूरी तरह से गलती रही है.

Last Updated : Oct 8, 2021, 4:53 PM IST
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