लोहरदगा: जिले में 23 जनवरी को भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति बेहद तनावपूर्व हो गई थी. पिछले 5 दिनों से लोहरदगा जिले में कर्फ्यू है. इस दौरान लगातार पुलिस बल के जवान शहर में फ्लैग मार्च करते हुए सुरक्षा में तैनात हैं.
कर्फ्यू के पांचवें दिन जिला प्रशासन ने थोड़ी राहत प्रदान करते हुए लोगों को 2 घंटे की कर्फ्यू में छूट दी है. इसके तहत सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई है. इस दौरान लोग जरूरी सामानों की खरीद अपने नजदीकी दुकानों से कर पाएंगे. हालांकि जिला प्रशासन की ओर से दवा दुकानों को खुला रखने के लिए छूट दी गई है.
लगातार मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के बीच दवा दुकानों को खुला रखने की हिदायत दी गई है. अन्य सामानों की खरीद के लिए लोगों को 2 घंटे कर्फ्यू में ढील दी गई है. लोहरदगा रेल सेवा के माध्यम से यात्रा करने वाले लोगों की तलाशी के बाद ही उन्हें रेल सेवा की इजाजत भी दी जा रही है.
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वहीं, शहर के अलग-अलग हिस्सों में दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिला पुलिस बल के अलावा अर्धसैनिक बल के जवान भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हैं. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिला प्रशासन ने अब तक 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. जबकि एक व्यक्ति को हथियार के साथ भी गिरफ्तार किया जा चुका है.
आईजी नवीन कुमार, साकेत कुमार सिंह सहित पांच एसपी, 15 डीएसपी, एक सौ दारोगा और ढाई हजार से ज्यादा जवान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए हैं. लोहरदगा में रह-रह कर उठ रही अफवाहों की वजह से अब तक स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है. हालांकि जिला प्रशासन की ओर से सख्ती बरतते हुए तमाम बिंदुओं की लगातार समीक्षा के उपरांत ही किसी प्रकार का निर्णय लिया जा रहा है.