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नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश, अधिकारी और प्रतिनिधि में तकरार

लोहरदगा में नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश की जा रही है. वहीं तालाब बनाने को लेकर जलापूर्ति संवेदक के नाम पर अधिकारी और प्रतिनिधि में तकरार नजर आ रही है.

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Published : May 10, 2019, 11:41 AM IST

नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश

लोहरदगाः जिले के शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर नगर परिषद की ओर से कवायद तेज हो चुकी है. नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि इस पूरे मामले में नगर परिषद के अधिकारी और प्रतिनिधि में तकरार नजर आ रही है.

नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश

नदी में तालाब बनाने को लेकर कार्यपालक अधिकारी ने अशरफ अंसारी नाम के एक व्यक्ति को मौखिक आदेश दे रखा है. जबकि नगर परिषद की अध्यक्ष अनुपमा भगत का साफ कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है. अनुपमा भगत का कहना है कि बैठक में तय हुआ था कि जलापूर्ति संवेदक को ही तालाब बनाने का काम दिया जाएगा. इसके लिए उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, नगर परिषद के सहायक अभियंता, कार्यपालक पदाधिकारी, वार्ड पार्षदों के साथ बैठक किया था. जिसमें सब की राय से जलापूर्ति संवेदक को जिम्मेवारी देने की बात कही गई थी. उन्होंने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी किस निर्णय के तहत ये काम करा रहे हैं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है.

ये भी पढ़ें- रांची-टाटा NH निर्माण मामले पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई

कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा मजबूरी में दूसरे संवेदक से कराना पड़ा काम

महत्वपूर्ण बात ये है कि जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बस इतना ही कहा कि 6 मई से ही नदी में तालाब बनाकर जल आपूर्ति को लेकर गंभीर थे. इस दौरान जलापूर्ति संवेदक कुमार संदीप ने काम शुरू नहीं किया. जिसके बाद मजबूरी में काम कराना पड़ा है.

लोहरदगाः जिले के शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर नगर परिषद की ओर से कवायद तेज हो चुकी है. नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि इस पूरे मामले में नगर परिषद के अधिकारी और प्रतिनिधि में तकरार नजर आ रही है.

नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश

नदी में तालाब बनाने को लेकर कार्यपालक अधिकारी ने अशरफ अंसारी नाम के एक व्यक्ति को मौखिक आदेश दे रखा है. जबकि नगर परिषद की अध्यक्ष अनुपमा भगत का साफ कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है. अनुपमा भगत का कहना है कि बैठक में तय हुआ था कि जलापूर्ति संवेदक को ही तालाब बनाने का काम दिया जाएगा. इसके लिए उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, नगर परिषद के सहायक अभियंता, कार्यपालक पदाधिकारी, वार्ड पार्षदों के साथ बैठक किया था. जिसमें सब की राय से जलापूर्ति संवेदक को जिम्मेवारी देने की बात कही गई थी. उन्होंने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी किस निर्णय के तहत ये काम करा रहे हैं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है.

ये भी पढ़ें- रांची-टाटा NH निर्माण मामले पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई

कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा मजबूरी में दूसरे संवेदक से कराना पड़ा काम

महत्वपूर्ण बात ये है कि जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बस इतना ही कहा कि 6 मई से ही नदी में तालाब बनाकर जल आपूर्ति को लेकर गंभीर थे. इस दौरान जलापूर्ति संवेदक कुमार संदीप ने काम शुरू नहीं किया. जिसके बाद मजबूरी में काम कराना पड़ा है.

Intro:स्लग-JH_LOH_VIKRAM_NADI ME TALAB
स्टोरी-नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश, अधिकारी और प्रतिनिधि में नजर आ रही तकरार
... नदी में तालाब बनाने को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने दे दिया है मौखिक आदेश, नप अध्यक्ष ने कहा उन्हें इसकी जानकारी नहीं
बाइट- अशरफ अंसारी, तालाब निर्माण करने वाला संवेदक
बाइट- अनुपमा भगत, नगर परिषद अध्यक्ष
एंकर- लोहरदगा शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर नगर परिषद की ओर से कवायद तेज हो चुकी है. नदी में तालाब बनाकर जल आपूर्ति करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि इस पूरे मामले में नगर परिषद के अधिकारी और प्रतिनिधि में तकरार नजर आ रही है. नदी में तालाब बनाने को लेकर कार्यपालक अधिकारी ने अशरफ अंसारी नाम के एक व्यक्ति को मौखिक आदेश दे रखा है. जबकि नगर परिषद की अध्यक्ष अनुपमा भगत का साफ कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है. अनुपमा भगत का कहना है कि बैठक में तय हुआ था कि जलापूर्ति संवेदक को ही तालाब बनाने का काम दिया जाएगा. इसके लिए उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, नगर परिषद के सहायक अभियंता, कार्यपालक पदाधिकारी, वार्ड पार्षदों के साथ बैठक किया था. जिसमें सब की राय से जलापूर्ति संवेदक को जिम्मेवारी देने की बात कही गई थी. अब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी इस निर्णय के तहत यह काम करा रहे हैं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. महत्वपूर्ण बात यह है कि जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बस इतना ही कहा कि 6 मई से ही नदी में तालाब बनाकर जल आपूर्ति को लेकर गंभीर थे. इस दौरान जलापूर्ति संवेदक कुमार संदीप ने काम शुरू नहीं किया. जिसके बाद मजबूरी में काम कराना पड़ा है. कार्यपालक पदाधिकारी ने यह बयान भी एटीवी भारत से मोबाइल के माध्यम से बातचीत में ही दिया है. बहरहाल जो भी हो इस पूरे मामले में देखने वाली बात यह भी है कि आम लोगों को पानी उपलब्ध कराने से कहीं ज्यादा निर्माण के नाम पर लूट खसोट की स्थिति ज्यादा नजर आ रही है.


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स्टोरी-नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश, अधिकारी और प्रतिनिधि में नजर आ रही तकरार
... नदी में तालाब बनाने को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने दे दिया है मौखिक आदेश, नप अध्यक्ष ने कहा उन्हें इसकी जानकारी नहीं


Conclusion:स्लग-JH_LOH_VIKRAM_NADI ME TALAB
स्टोरी-नदी में तालाब बनाकर जलापूर्ति की कोशिश, अधिकारी और प्रतिनिधि में नजर आ रही तकरार
... नदी में तालाब बनाने को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने दे दिया है मौखिक आदेश, नप अध्यक्ष ने कहा उन्हें इसकी जानकारी नहीं
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