लोहरदगा: शहरी क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी नगर परिषद के पास है. शहर में रहने वाले लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करना, समस्याओं का समाधान करना और विकास की योजनाओं का क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी नगर परिषद की होती है. लोहरदगा में नगर परिषद की ओर से निकाले गए करोड़ों की योजनाओं में भ्रष्टाचार को लेकर ठेकेदारों ने मोर्चा खोल दिया है.
जांच से ही स्थिति स्पष्ट होगी
नगर परिषद के पदाधिकारियों पर सीधे-सीधे योजना के एग्रीमेंट के लिए चार प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर खलबली मच गई है. ठेकेदार की ओर से की गई शिकायत आवेदन सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है. हालांकि मामले में नगर परिषद ठेकेदारों को ही दोषी ठहरा रहा है. जांच से ही स्थिति स्पष्ट होगी.
ये भी पढ़ें- बाघमारा: कांग्रेस की जन आक्रोश पदयात्रा, विधायक ढुल्लू महतो पर बरसे जलेश्वर
समय पर योजनाओं का पूरा होना मुश्किल
मामले को लेकर मुख्यमंत्री तक से शिकायत की गई है. सीधे-सीधे कहा गया है कि नियम के विपरीत नगर परिषद के पदाधिकारी कमीशन की मांग ही नहीं कर रहे, बल्कि कई महीने बीतने के बाद भी एग्रीमेंट नहीं कर रहे हैं. जिससे समय पर योजनाओं का पूरा होना मुश्किल लग रहा है.
ये भी पढ़ें- हजारीबाग: बर्थ डे पार्टी कर लौट रहे 3 छात्रों की सड़क दुर्घटना में मौत
शासन व्यवस्था को लेकर एक बड़ा सवाल
बहरहाल, मामले में अब जांच के बाद काफी कुछ खुलासा होने की उम्मीद भी की जा रही है. कहा जाए तो ठेकेदारों की ओर से की गई शिकायत निश्चित रूप से गंभीर ही नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन व्यवस्था को लेकर एक बड़ा सवाल भी है.