लातेहार: जिले में मनरेगा महिला मजदूरों के लिए वरदान बन गई है. पलायन का दंश झेलने वाली महिला मजदूरों को उनके गांव में ही काम मिलने से उन्हें काफी सहूलियत मिली है. इससे उनका उत्साह काफी बढ़ गया है.
महिला मजदूरों में उत्साह
लातेहार में मजदूरों का पलायन बड़े पैमाने पर हर साल होता रहा है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण पलायन कर बाहर कमाने गए मजदूर भी वापस अपने गांव आ गए. ऐसे में उनके समक्ष रोजगार की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई थी. पुरुष वर्ग के मजदूर तो किसी प्रकार इधर-उधर जाकर मजदूरी कर कमा भी लेते थे, लेकिन महिला मजदूरों के लिए काम ढूंढना एक समस्या बनी हुई थी. ऐसे में मनरेगा योजना से गांव में ही मजदूरी मिलने से महिला मजदूरों में काफी उत्साह है.
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मजदूरों का डेटाबेस तैयार
महिला मजदूरों ने कहा कि गांव में काम मिलने से उन्हें काफी सहूलियत हो रही है. अगर इसी प्रकार गांव में काम मिलता रहे तो वो लोग कभी पलायन नहीं करेंगे. उनका कहना है कि पहले वे लोग काम की तलाश में गांव से बाहर चले जाते थे, लेकिन गांव में ही मनरेगा के तहत काम मिलने से उन्हें अब पलायन का दंश नहीं झेलना पड़ रहा है. इस संबंध में लातेहार प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक ने कहा कि लातेहार के सभी मजदूरों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. मजदूरों को योग्यता के अनुसार मनरेगा में काम दिया जाएगा.