लातेहार: पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष और भाजपा नेता राजेंद्र साहू की हत्या के लिए अपराधियों ने फुल प्रूफ प्लान बनाया था. अपराधियों ने पहले उन्हें आक्रोशित किया था, जिससे वे गुस्से में आकर अपराधियों के पीछे चले गए थे और मौका देखकर अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी. सीसीटीवी फुटेज में यह पूरा वाक्य स्पष्ट दिख रहा है.
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दरअसल, राजेंद्र साहू क्षेत्र के बड़े कोयला व्यवसाई के रूप में भी जाने जाते थे. इस कारण रंगदारी और लेवी की मांग को लेकर अक्सर अपराधियों के द्वारा उन्हें टारगेट करने का प्रयास किया जाता था. राजेंद्र साहू काफी दिलेर किस्म के इंसान थे. उन्होंने कभी भी अपराधियों के सामने घुटने नहीं टेके. राजेंद्र साहू के निडरता और हौसलो पूरे इलाके में चर्चित था. अपराधियों ने इसी का फायदा उठाकर उनकी हत्या की घटना को अंजाम दिया.
घटना के बाद जब आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो फुटेज में साफ दिख रहा है कि 12 अगस्त को बालूमाथ प्रखंड मुख्यालय स्थित राजेंद्र साहू के निजी कार्यालय के समक्ष दो अपराधी मोटरसाइकिल से राउंड कर रहे थे. अपने कार्यालय के बाहर राजेंद्र साहू खड़े थे इस समय अपराधी वहां से गुजरे और राजेंद्र साहू को कुछ अपशब्द बोलते हुए मोटरसाइकिल से आगे बढ़ गए. जवाब में राजेंद्र साहू भी आक्रोशित होकर पास में लगे एक स्कूटी पर बैठकर उसे स्टार्ट करने लगे. इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक परिचित लड़के को बुलाकर वह स्कूटी पर पीछे बैठकर अपराधियों के पीछे जाते नजर आए.
थोड़ी देर बाद आई गोली लगने की सूचना: राजेंद्र साहू स्कूटी पर बैठकर अपराधियों का पीछा करते हुए दूर निकल गए. उसके थोड़ी देर बाद ही उन्हें गोली लगने की सूचना लोगों को मिली. बताया जाता है कि अपराधियों ने फूल प्रूफ प्लान के तहत उन्हें गुस्सा दिलाया. अपराधियों का पीछा करने के दौरान ही मौका देखकर अपराधियों ने उन पर गोली चला दी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और 14 अगस्त को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस की छानबीन अंतिम चरण में: इधर बताया जाता है कि पुलिस की छानबीन अंतिम चरण में पहुंच गई है. पुलिस के द्वारा कुछ अपराधियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस को कुछ और सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं. जिनके आधार पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर पुलिस पूरे मामले के उद्भेदन में जुटी हुई है. संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही पुलिस के द्वारा मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. राजेंद्र साहू के निधन के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा लगातार छापामारी अभियान भी चलाई जा रही है.