ETV Bharat / state

लाखों खर्च के बाद भी नहीं शुरू हुआ आदिवासी बालिका छात्रावास, 15 सालों से खंडहर में तब्दील - झारखंड समाचार

लातेहार के बरवाडीह में सीएम के आदेश पर लाखों खर्च करने के बाद भी आदिवासी बालिका छात्रावास शुरू नहीं हो पाया है. पहले से मौजूद बिल्डिंग भी अब खंडहर का रूप लेती जा रही है.

छात्रावास
author img

By

Published : Jun 18, 2019, 9:24 PM IST

लातेहार: 15 वर्ष पूर्व जिले के बरवाडीह में बालिका परियोजना उच्च विद्यालय के पास आदिवासी छात्राओं के लिए बनाया गया छात्रावास अब तक शुरू नहीं हो पाया. जहां छात्रावास पूरी तरीके से खंडहर हो चुका था. वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री जनसंवाद के माध्यम से मुख्यमंत्री के द्वारा संज्ञान में लेते हुए लगभग 12,00000 रुपए की राशि स्वीकृत किया गया.

छात्रावास के बारे में बताते छात्रा और प्राधानाध्यापक

जर्जर हो चुके इस छात्रावास को मरम्मत कराने का काम किया गया और 2018 में ही इस छात्रावास को शुरू कराने का भी निर्देश दिया गया. एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी अब तक छात्रावास का काम शुरू नहीं किया जा सका. जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय में सुदूरवर्ती इलाकों से हाई स्कूल की शिक्षा प्राप्त करने आने वाली छात्राओं को मुख्यालय के आस-पास किराए के मकान में रहकर अपनी पढ़ाई करनी पड़ रही है. जिससे छात्राएं अब खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं वहीं इस छात्रावास के पुनः शुरू होने की आस भी लगाए बैठी हैं.

ये भी पढ़ें- योग दिवस की तैयारियों में जुटा पंतजलि योग समिति, PM मोदी के आगमन को लेकर लोगों में उत्साह

जहां वह उम्मीद करती हैं कि सरकार के द्वारा इस छात्रावास को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. जिससे किराए के मकान पर रहने के कारण उनके परिवार पर पड़ने वाले बोझ से छुटकारा मिलेगा और वह सुरक्षित रह कर पढ़ाई भी कर सकेंगे. उधर, विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा कई बार विभाग को पत्राचार भी किया गया है कि जल्द से जल्द छात्रावास को शुरू किया जाए ताकि छात्राओं को इधर-उधर रहने के लिए भटकना न पड़े. सीएम के आदेश लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी छात्रावास जस का तस पड़ा हुआ है.

लातेहार: 15 वर्ष पूर्व जिले के बरवाडीह में बालिका परियोजना उच्च विद्यालय के पास आदिवासी छात्राओं के लिए बनाया गया छात्रावास अब तक शुरू नहीं हो पाया. जहां छात्रावास पूरी तरीके से खंडहर हो चुका था. वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री जनसंवाद के माध्यम से मुख्यमंत्री के द्वारा संज्ञान में लेते हुए लगभग 12,00000 रुपए की राशि स्वीकृत किया गया.

छात्रावास के बारे में बताते छात्रा और प्राधानाध्यापक

जर्जर हो चुके इस छात्रावास को मरम्मत कराने का काम किया गया और 2018 में ही इस छात्रावास को शुरू कराने का भी निर्देश दिया गया. एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी अब तक छात्रावास का काम शुरू नहीं किया जा सका. जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय में सुदूरवर्ती इलाकों से हाई स्कूल की शिक्षा प्राप्त करने आने वाली छात्राओं को मुख्यालय के आस-पास किराए के मकान में रहकर अपनी पढ़ाई करनी पड़ रही है. जिससे छात्राएं अब खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं वहीं इस छात्रावास के पुनः शुरू होने की आस भी लगाए बैठी हैं.

ये भी पढ़ें- योग दिवस की तैयारियों में जुटा पंतजलि योग समिति, PM मोदी के आगमन को लेकर लोगों में उत्साह

जहां वह उम्मीद करती हैं कि सरकार के द्वारा इस छात्रावास को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. जिससे किराए के मकान पर रहने के कारण उनके परिवार पर पड़ने वाले बोझ से छुटकारा मिलेगा और वह सुरक्षित रह कर पढ़ाई भी कर सकेंगे. उधर, विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा कई बार विभाग को पत्राचार भी किया गया है कि जल्द से जल्द छात्रावास को शुरू किया जाए ताकि छात्राओं को इधर-उधर रहने के लिए भटकना न पड़े. सीएम के आदेश लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी छात्रावास जस का तस पड़ा हुआ है.

Intro:शशि शेखर
लातेहार


लातेहार लगभग 15 वर्ष पूर्व जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत बालिका परियोजना उच्च विद्यालय के समीप आदिवासी छात्राओं के लिए बनाया गया छात्रावास अब तक शुरू नहीं हो पाया जहां छात्रावास पूरी तरीके से खंडहर हो चुका था । वही वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री जन संवाद के माध्यम से मुख्यमंत्री के द्वारा संज्ञान में लेते हुए लगभग 1200000 रुपए की राशि खर्च करके जर्जर हो चुके इस छात्रावास को मरम्मत कराने का काम किया गया और 2018 में ही इस छात्रावास को शुरू कराने का भी निर्देश दिया गया मगर 1 साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी अब तक या छात्रावास शुरू नहीं किया जा सका जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय में सुदूरवर्ती इलाकों से हाईस्कूल की शिक्षा प्राप्त करने आने वाली छात्राओं को मुख्यालय के आसपास किराए के मकान में रहकर अपनी पढ़ाई करनी पड़ रही है जिससे छात्राएं अब खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं वहीं इस छात्रावास के पुनः शुरू होने की आस भी लगाए बैठी है जहां वह उम्मीद करती हैं कि सरकार के द्वारा इस छात्रावास को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा जिससे किराए के मकान पर रहने के कारण उनके परिवार पर पड़ने वाला बोझ से छुटकारा मिलेगा और वह सुरक्षित रह कर पढ़ाई भी कर सकेंगे । उधर विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा कई बार विभाग को पत्राचार भी किया गया है कि जल्द से जल्द छात्रावास को शुरू किया जाए ताकि छात्राओं को इधर-उधर रहने के लिए भटकना न पड़े सीएम के आदेश लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी छात्रावास जस का तस पड़ा हुआ है .।

।लातेहार से शशि शेखर की रिपोर्ट


बाईट 1 सुनीता कुमारी छात्रा

बाईट 2 रंजू कुमारी छात्रा

बाईट 3 नुसरत अंजुम शिक्षका

बाईट 4 सन्तोष तिर्की प्रधानध्यापक


Body:no


Conclusion:no
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.