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नेतरहाट विद्यालय के नामांकन रिजल्ट पर उठ रहे सवाल, प्रिंसिपल ने कहा- योग्यता के आधार पर हुआ है चयन - Jharkhand Academic Council

लातेहार स्थित नेतरहाट विद्यालय के नामांकन रिजल्ट पर सवाल उठने लगे हैं. इसकी वजह है कि पांच जिलों के बच्चे सबसे अधिक चयनित किये गये हैं. हालांकि, विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ संतोष कुमार सिंह ने कहा कि योग्यता के आधार पर बच्चों का चयन किया गया है.

Netarhat school
नेतरहाट विद्यालय के नामांकन रिजल्ट पर उठ रहे सवाल
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Published : Jun 6, 2022, 6:16 PM IST

लातेहारः नेतरहाट आवासीय विद्यालय में नामांकन को लेकर जारी रिजल्ट पर सवाल उठने लगे हैं. इसकी वजह है कि जारी रिजल्ट में सबसे अधिक पांच जिलों से बच्चे चयनित किये गये हैं. हालांकि, विद्यालय के प्रिंसिपल कहते है कि रिजल्ट में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. योग्यता के आधार पर छात्रों का चयन किया गया है.

यह भी पढ़ेंःनेतरहाट आवासीय विद्यालय नामांकन प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल, रांची से केवल दो बच्चों का हुआ है चयन

नेतरहाट आवासीय विद्यालय में प्रत्येक वर्ष छठी कक्षा में नामांकन को लेकर लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है. इस वर्ष झारखंड एकेडमिक काउंसिल के माध्यम से प्रमंडल स्तर पर नामांकन के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी. मार्च महीने में आयोजित परीक्षा का रिजल्ट जून माह में प्रकाशित किया गया है. रिजल्ट में 100 बच्चों को नामांकन के लिए चयन किया गया है. इनमें 40 बच्चे सामान्य श्रेणी, 10 बच्चे ईडब्ल्यूएस श्रेणी, 10 बच्चे एससी श्रेणी, 26 बच्चे एसटी और 14 बच्चे ओबीसी श्रेणी के चयनित हुए हैं.

क्या कहते हैं स्कूल के प्रिंसिपल


नामांकन के लिए जारी छात्रों की सूची में 5 जिलों के छात्रों का बोलबाला सबसे अधिक है. इसमें धनबाद के 24 छात्र, गिरिडीह के 16, हजारीबाग के 12, लोहरदगा के 12 और चतरा के 11 छात्र शामिल हैं. इनमें धनबाद जिले के जिन बच्चों की सूची में नाम हैं, उनमें अधिकतर बच्चे का रोल नंबर सीरियल में है. राज्य के शेष 19 जिलों से सिर्फ 25 छात्रों का ही चयन किया गया है. लोगों ने बताया कि 5 जिलों के बच्चों का बड़े पैमाने पर नामांकन होना समझ से परे है. नामांकन के लिए हुई परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये.

विद्यालय के प्राचार्य डॉ संतोष कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया पर सवाल उठाना पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि नामांकन के लिए हुई परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. इस वर्ष परीक्षा के लिए कोडिंग की व्यवस्था की गई थी. इस स्थिति में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि विद्यालय की गरिमा पर सवाल उठाना कहीं से उचित नहीं है. यदि किसी को कुछ भी संदेह हैं तो उच्चस्तरीय जांच करवाई जा सकती है. विद्यालय प्रबंधन जांच प्रक्रिया को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है.


नेतरहाट विद्यालय की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है. इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र आज देश के कई बड़े पदों पर सेवा दे रहे हैं. झारखंड राज्य में ही कार्यरत कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी इस विद्यालय के छात्र रह चुके हैं. दुनिया के विभिन्न देशों में भी यहां के छात्र आज परचम लहरा रहे हैं.

लातेहारः नेतरहाट आवासीय विद्यालय में नामांकन को लेकर जारी रिजल्ट पर सवाल उठने लगे हैं. इसकी वजह है कि जारी रिजल्ट में सबसे अधिक पांच जिलों से बच्चे चयनित किये गये हैं. हालांकि, विद्यालय के प्रिंसिपल कहते है कि रिजल्ट में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. योग्यता के आधार पर छात्रों का चयन किया गया है.

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नेतरहाट आवासीय विद्यालय में प्रत्येक वर्ष छठी कक्षा में नामांकन को लेकर लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है. इस वर्ष झारखंड एकेडमिक काउंसिल के माध्यम से प्रमंडल स्तर पर नामांकन के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी. मार्च महीने में आयोजित परीक्षा का रिजल्ट जून माह में प्रकाशित किया गया है. रिजल्ट में 100 बच्चों को नामांकन के लिए चयन किया गया है. इनमें 40 बच्चे सामान्य श्रेणी, 10 बच्चे ईडब्ल्यूएस श्रेणी, 10 बच्चे एससी श्रेणी, 26 बच्चे एसटी और 14 बच्चे ओबीसी श्रेणी के चयनित हुए हैं.

क्या कहते हैं स्कूल के प्रिंसिपल


नामांकन के लिए जारी छात्रों की सूची में 5 जिलों के छात्रों का बोलबाला सबसे अधिक है. इसमें धनबाद के 24 छात्र, गिरिडीह के 16, हजारीबाग के 12, लोहरदगा के 12 और चतरा के 11 छात्र शामिल हैं. इनमें धनबाद जिले के जिन बच्चों की सूची में नाम हैं, उनमें अधिकतर बच्चे का रोल नंबर सीरियल में है. राज्य के शेष 19 जिलों से सिर्फ 25 छात्रों का ही चयन किया गया है. लोगों ने बताया कि 5 जिलों के बच्चों का बड़े पैमाने पर नामांकन होना समझ से परे है. नामांकन के लिए हुई परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये.

विद्यालय के प्राचार्य डॉ संतोष कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया पर सवाल उठाना पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि नामांकन के लिए हुई परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. इस वर्ष परीक्षा के लिए कोडिंग की व्यवस्था की गई थी. इस स्थिति में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि विद्यालय की गरिमा पर सवाल उठाना कहीं से उचित नहीं है. यदि किसी को कुछ भी संदेह हैं तो उच्चस्तरीय जांच करवाई जा सकती है. विद्यालय प्रबंधन जांच प्रक्रिया को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है.


नेतरहाट विद्यालय की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है. इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र आज देश के कई बड़े पदों पर सेवा दे रहे हैं. झारखंड राज्य में ही कार्यरत कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी इस विद्यालय के छात्र रह चुके हैं. दुनिया के विभिन्न देशों में भी यहां के छात्र आज परचम लहरा रहे हैं.

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