लातेहार: जिले के मनिका प्रखंड का जानहो गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंचने के कारण इसी गांव की रहने वाली 20 वर्षीय रिंकी देवी की मौत प्रसव पीड़ा के दौरान हो गई. हालांकि, प्रसव पीड़ा की जानकारी होने के बाद मनिका प्रखंड मुख्यालय से एंबुलेंस गांव की ओर गई, लेकिन नदी में पुल नहीं होने के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाया.
दरअसल, महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसके परिजनों ने इसकी सूचना एंबुलेंस को दी. सूचना मिलने के तत्काल बाद एंबुलेंस महिला को अस्पताल लाने के लिए गांव की ओर गई, लेकिन गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर परसही पीढ़वा नदी पर पुल नहीं रहने के कारण नदी के पास ही एंबुलेंस रुक गई. फिर गांव के लोगों ने खटोला बनाया और उसपर लिटाकर महिला को एंबुलेंस तक ले जाने लगे. उस समय महिला दर्द से कराह रही थी. एंबुलेंस लाने में ग्रामीणों को लगभग डेढ़ दो घंटा लग गया. दर्द से तड़प रही महिला की स्थिति काफी बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई. इसी बीच एंबुलेंस तक पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो गई.
पुल होती तो बच सकती थी महिला की जान
पीड़िता के पति जितेंद्र उरांव ने कहा कि यदि नदी पर पुल होता तो उसकी पत्नी की जान बच सकती थी. उसने कहा कि पत्नी को नदी तक लाते-लाते काफी देर हो गई, इसी कारण उसकी मौत हो गई.
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पुल निर्माण के लिए अड़े ग्रामीण
घटना के बाद पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण जमा हो गए. लोगों ने कहा कि पीढ़वा नदी पर पुल नहीं रहने के कारण इसी तरह से गांव के तीन लोगों की जान चली गयी है. महिला की मौत से ग्रामीण आक्रोशित थे और पुल निर्माण की मांग कर रहे थे.
दो नदी से घिरा है गांव
लगभग दो सौ घर की आबादी वाला यह गांव दो नदी से घिरा हुआ है. गांव से उतर दिशा में मलय नदी और दक्षिण में पीढ़वा नदी है. दोनों में से किसी भी नदी पर पुल नहीं है. बरसात में ग्रामीणों को गांव से निकलना मुश्किल हो जाता है.