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Search Operation in Latehar: माओवादियों पर एक्शन से छोटे नक्सली संगठनों में हड़कंप, सुरक्षित स्थानों पर हो रहे एकत्रित - ईटीवी भारत न्यूज

लातेहार में नक्सली अब काफी डरे सहमे नजर आ रहे हैं. पिछले दिनों चतरा और पलामू सीमा पर माओवादियों पर एक्शन इलाके के छोटे नक्सली संगठनों में हड़कंप मचा हुआ है. इस ऑपरेशन के बाद सुरक्षा बल दोगुने उत्साह के साथ नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. इस वजह से उग्रवादियों के छोटे संगठन काफी खौफ में हैं.

Police Action on Maoist stirs up small Naxalite organizations in Latehar
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Published : Apr 7, 2023, 12:11 PM IST

Updated : Apr 7, 2023, 12:53 PM IST

जानकारी देते लातेहार एसपी

लातेहारः झारखंड पुलिस और सुरक्षाबलों के द्वारा माओवादियों के खिलाफ की जा रही सघन छापामारी के कारण छोटे नक्सली संगठनों में भी हड़कंप है. चतरा और पलामू सीमा क्षेत्र में 5 बड़े माओवादी नक्सलियों के मारे जाने के बाद छोटे नक्सली संगठन भी अब खुद को सुरक्षित करने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर एकत्रित हो रहे हैं. छोटे नक्सली संगठन के लोग कुछ दिन अपने सबसे सुरक्षित स्थानों में शांत बैठने की योजना बना रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- Latehar News: नए और सुरक्षित ठिकानों की तलाश में नक्सली, पुराने गढ़ में तलाश रहे हैं जमीन

भाकपा माओवादियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा इन दिनों लगातार छापामारी की जा रही है. लातेहार पुलिस के द्वारा बूढ़ा पहाड़ से माओवादियों को खदेड़ दिया गया. बूढ़ा पहाड़ के इलाके से भागने के बाद माओवादी विभिन्न स्थानों में अपने लिए सुरक्षित स्थान ढूंढने के लिए भटक रहे हैं. इसी क्रम में माओवादी का एक दस्ता पलामू और चतरा की सीमा पर स्थित अपने पूर्व के सुरक्षित स्थान पर डेरा जमाए हुए थे. जहां पुलिस ने पांच नक्सलियों को मार गिराया जबकि कई अन्य को घायल स्थिति में गिरफ्तार भी किया. पुलिस के इस एक्शन के बाद जहां माओवादी संगठन में हड़कंप मच गया है. वहीं दूसरे अन्य छोटे संगठनों के नक्सली भी घबराए हुए हैं. ऐसे में छोटे नक्सली संगठन के सदस्य अब अपने सबसे सुरक्षित स्थानों में एकत्रित होने लगे हैं.

माहौल गर्म है, इसलिए शांत बैठने में ही भलाईः सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार माओवादियों पर एक्शन के बाद छोटे नक्सली संगठन में यह चर्चा हो रही है कि अभी माहौल गरम हो गया है, इसलिए कुछ दिन तक शांत बैठने में ही भलाई है. इसके लिए छोटे नक्सली संगठन के लोग खतरे से बचने के लिए एकत्रित हो रहे हैं और अपने सबसे सुरक्षित स्थानों में पहुंचकर छुप रहे हैं.

पुलिस से मुठभेड़ के बदले भागने की है योजनाः बताया जाता है कि नक्सली संगठनों में योजना बनी है कि वर्तमान समय में पुलिस से मुठभेड़ करने के बदले खुद को सुरक्षित रखा जाए. इसके लिए नक्सली संगठन अपने सुरक्षित स्थानों की ओर आने जाने वाले तमाम रास्तों पर कड़ी निगरानी बैठा रखी है. उस रास्ते की ओर जाने वाले लोगों की सूचना नक्सलियों को तत्काल मिल जा रही है. अगर पुलिस या सुरक्षाबलों की मूवमेंट नक्सलियों के सुरक्षित स्थान की ओर हो तो नक्सली पहले ही वहां से भाग जाने की योजना बना रखी है.

सभी नक्सली संगठनों पर पुलिस की नजर, करें सरेंडरः लातेहार एसपी अंजनी अंजन का कहना है कि पुलिस सभी नक्सली संगठनों पर एक साथ और एक समान एक्शन ले रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस को जहां भी सूचना मिल रही है कि नक्सलियों की गतिविधि हैं, वहां तत्काल पुलिस बल पहुंचकर छापामारी कर रही है. उन्होंने कहा कि माओवादियों के अलावा जेजेएमपी, टीएसपीसी समेत अन्य नक्सली संगठन भी पुलिस की रडार पर है.

एसपी ने कहा कि नक्सलियों के समक्ष वर्तमान में एक ही रास्ता बचा हुआ है कि वह सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाते हुए सरेंडर कर दें और खुद को बचा ले. एसपी ने कहा कि हमारा मकसद लातेहार जिले को पूरी तरह से नक्सल और अपराध मुक्त जिला बनाना है. नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद ग्रामीणों का सपोर्ट भी अब पुलिस को मिलने लगा है. संभावना जताई जा रही है कि अब लातेहार जिले के ग्रामीण इलाके भय और आतंक के माहौल से बाहर निकल कर विकास के रास्ते पर दौड़ेंगे.

जानकारी देते लातेहार एसपी

लातेहारः झारखंड पुलिस और सुरक्षाबलों के द्वारा माओवादियों के खिलाफ की जा रही सघन छापामारी के कारण छोटे नक्सली संगठनों में भी हड़कंप है. चतरा और पलामू सीमा क्षेत्र में 5 बड़े माओवादी नक्सलियों के मारे जाने के बाद छोटे नक्सली संगठन भी अब खुद को सुरक्षित करने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर एकत्रित हो रहे हैं. छोटे नक्सली संगठन के लोग कुछ दिन अपने सबसे सुरक्षित स्थानों में शांत बैठने की योजना बना रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- Latehar News: नए और सुरक्षित ठिकानों की तलाश में नक्सली, पुराने गढ़ में तलाश रहे हैं जमीन

भाकपा माओवादियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा इन दिनों लगातार छापामारी की जा रही है. लातेहार पुलिस के द्वारा बूढ़ा पहाड़ से माओवादियों को खदेड़ दिया गया. बूढ़ा पहाड़ के इलाके से भागने के बाद माओवादी विभिन्न स्थानों में अपने लिए सुरक्षित स्थान ढूंढने के लिए भटक रहे हैं. इसी क्रम में माओवादी का एक दस्ता पलामू और चतरा की सीमा पर स्थित अपने पूर्व के सुरक्षित स्थान पर डेरा जमाए हुए थे. जहां पुलिस ने पांच नक्सलियों को मार गिराया जबकि कई अन्य को घायल स्थिति में गिरफ्तार भी किया. पुलिस के इस एक्शन के बाद जहां माओवादी संगठन में हड़कंप मच गया है. वहीं दूसरे अन्य छोटे संगठनों के नक्सली भी घबराए हुए हैं. ऐसे में छोटे नक्सली संगठन के सदस्य अब अपने सबसे सुरक्षित स्थानों में एकत्रित होने लगे हैं.

माहौल गर्म है, इसलिए शांत बैठने में ही भलाईः सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार माओवादियों पर एक्शन के बाद छोटे नक्सली संगठन में यह चर्चा हो रही है कि अभी माहौल गरम हो गया है, इसलिए कुछ दिन तक शांत बैठने में ही भलाई है. इसके लिए छोटे नक्सली संगठन के लोग खतरे से बचने के लिए एकत्रित हो रहे हैं और अपने सबसे सुरक्षित स्थानों में पहुंचकर छुप रहे हैं.

पुलिस से मुठभेड़ के बदले भागने की है योजनाः बताया जाता है कि नक्सली संगठनों में योजना बनी है कि वर्तमान समय में पुलिस से मुठभेड़ करने के बदले खुद को सुरक्षित रखा जाए. इसके लिए नक्सली संगठन अपने सुरक्षित स्थानों की ओर आने जाने वाले तमाम रास्तों पर कड़ी निगरानी बैठा रखी है. उस रास्ते की ओर जाने वाले लोगों की सूचना नक्सलियों को तत्काल मिल जा रही है. अगर पुलिस या सुरक्षाबलों की मूवमेंट नक्सलियों के सुरक्षित स्थान की ओर हो तो नक्सली पहले ही वहां से भाग जाने की योजना बना रखी है.

सभी नक्सली संगठनों पर पुलिस की नजर, करें सरेंडरः लातेहार एसपी अंजनी अंजन का कहना है कि पुलिस सभी नक्सली संगठनों पर एक साथ और एक समान एक्शन ले रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस को जहां भी सूचना मिल रही है कि नक्सलियों की गतिविधि हैं, वहां तत्काल पुलिस बल पहुंचकर छापामारी कर रही है. उन्होंने कहा कि माओवादियों के अलावा जेजेएमपी, टीएसपीसी समेत अन्य नक्सली संगठन भी पुलिस की रडार पर है.

एसपी ने कहा कि नक्सलियों के समक्ष वर्तमान में एक ही रास्ता बचा हुआ है कि वह सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाते हुए सरेंडर कर दें और खुद को बचा ले. एसपी ने कहा कि हमारा मकसद लातेहार जिले को पूरी तरह से नक्सल और अपराध मुक्त जिला बनाना है. नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद ग्रामीणों का सपोर्ट भी अब पुलिस को मिलने लगा है. संभावना जताई जा रही है कि अब लातेहार जिले के ग्रामीण इलाके भय और आतंक के माहौल से बाहर निकल कर विकास के रास्ते पर दौड़ेंगे.

Last Updated : Apr 7, 2023, 12:53 PM IST
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