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वैलेंटाइन स्पेशलः नेतरहाट की वादियों में गूंजती है अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया और चरवाहे की अमर प्रेम कहानी

लातेहार के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट में भी एक अमर प्रेम कहानी देखने को मिलती है. जिसका गवाह है मैगनोलिया प्वाइंट. दरअसल मैगनोलिया प्वाइंट में अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया और एक चरवाहे की अमर प्रेम की खुशबू महकती रहती है. इनकी याद में प्रशासन ने यहां मैगनोलिया और चरवाहे के साथ-साथ घोड़े का भी स्टैच्यू बनवाया है.

magnolia point is a sign of immortal love in latehar
मैगनोलिया पॉइंट
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Published : Feb 14, 2021, 1:26 PM IST

Updated : Feb 14, 2021, 4:37 PM IST

लातेहारः कहा जाता है कि सच्चा प्रेम अमर होता है. प्रेमी-प्रेमिका भले ही दुनिया में न रहें पर उनके प्यार की निशानी उन्हें अमर बना देती है. कुछ ऐसा ही नजारा लातेहार जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट में स्थित मैगनोलिया प्वाइंट में देखने को मिलता है. यह स्थान अमर प्रेम के लिए विख्यात है. अमर प्रेम की निशानी को देखने के लिए प्रतिवर्ष हजारों लोग इस स्थान पर पहुंचते हैं.

दरअसल, मैगनोलिया प्वाइंट के बारे में कहा जाता है कि इस स्थान की हवाओं में आज भी अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया और एक चरवाहे की अमर प्रेम की खुशबू महकती रहती है. यहां आने वाले पर्यटक अमर प्रेम की खुशबू को बखूबी महसूस भी करते हैं. इसी कारण नेतरहाट आने वाले पर्यटक जब तक मैगनोलिया प्वाइंट आकर अमर प्रेम की इस निशानी को देख नहीं लेते तब तक उनकी नेतरहाट यात्रा अधूरी रहती है.

देखें पूरी खबर

मैगनोलिया और चरवाहे की अमर कहानी
नेतरहाट की वादियों में एक चरवाहा मवेशी चराने के दौरान बड़ी मधुर बांसुरी बजाया करता था. उसकी बांसुरी की सुरीली आवाज से अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया दीवानी बन गई थी. मैगनोलिया अक्सर चरवाहे के साथ घंटों नेतरहाट की वादियों में बैठकर बांसुरी की धुन सुनती रहती थी. अंग्रेज अफसर को जानकारी मिलने के बाद उसने मैगनोलिया को कैद कर दिया और चरवाहे की हत्या करवा कर पहाड़ियों के नीचे खाई में फिंकवा दिया. कुछ दिन कैद रहने के बाद मैगनोलिया फिर से चरवाहे को ढूंढने नेतरहाट की वादियों में निकल पड़ी. लगातार कई दिनों तक ढूंढने के बाद भी जब चरवाहे का कोई पता नहीं चला तो वह काफी उदास हो गई. उसे सैनिक से पता चला कि उसके पिता ने चरवाहे की हत्या करवा दी है. इसके बाद मैगनोलिया ने भी उसी पहाड़ी से घोड़े के साथ खाई में छलांग लगा दी.

इसे भी पढ़ें- वैलेंटाइन डे स्पेशल: प्यार का इजहार करना हुआ महंगा, कोरोना ने बढ़ाई गुलाब की कीमत

मैगनोलिया प्वाइंट पर लगे हैं घोड़े और प्रेमी जोड़े के स्टैच्यू

अमर प्रेम की इस निशानी को पूरी तरह अमर करने के लिए जिला प्रशासन ने मैगनोलिया प्वाइंट पर मैगनोलिया और चरवाहे की स्टैच्यू के साथ-साथ घोड़े का भी स्टैच्यू बनवाया है. अमर प्रेम और उसकी निशानी को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक प्रतिवर्ष यहां आते हैं. नोएडा से आए पर्यटक अजय पांडेय ने कहा कि यह स्थान काफी खूबसूरत है. प्रेम की जो कहानी सुनी थी यहां आकर उसे महसूस भी किया. वहीं पर्यटक मनीष कुमार ने कहा कि जो भी लोग नेतरहाट आते हैं वह मैगनोलिया प्वाइंट जरूर आते हैं. पर्यटक पूनम कुमारी का कहना है कि अमर प्रेम का प्रतीक यह स्थान काफी खूबसूरत है.

लातेहारः कहा जाता है कि सच्चा प्रेम अमर होता है. प्रेमी-प्रेमिका भले ही दुनिया में न रहें पर उनके प्यार की निशानी उन्हें अमर बना देती है. कुछ ऐसा ही नजारा लातेहार जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट में स्थित मैगनोलिया प्वाइंट में देखने को मिलता है. यह स्थान अमर प्रेम के लिए विख्यात है. अमर प्रेम की निशानी को देखने के लिए प्रतिवर्ष हजारों लोग इस स्थान पर पहुंचते हैं.

दरअसल, मैगनोलिया प्वाइंट के बारे में कहा जाता है कि इस स्थान की हवाओं में आज भी अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया और एक चरवाहे की अमर प्रेम की खुशबू महकती रहती है. यहां आने वाले पर्यटक अमर प्रेम की खुशबू को बखूबी महसूस भी करते हैं. इसी कारण नेतरहाट आने वाले पर्यटक जब तक मैगनोलिया प्वाइंट आकर अमर प्रेम की इस निशानी को देख नहीं लेते तब तक उनकी नेतरहाट यात्रा अधूरी रहती है.

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मैगनोलिया और चरवाहे की अमर कहानी
नेतरहाट की वादियों में एक चरवाहा मवेशी चराने के दौरान बड़ी मधुर बांसुरी बजाया करता था. उसकी बांसुरी की सुरीली आवाज से अंग्रेज गवर्नर की बेटी मैगनोलिया दीवानी बन गई थी. मैगनोलिया अक्सर चरवाहे के साथ घंटों नेतरहाट की वादियों में बैठकर बांसुरी की धुन सुनती रहती थी. अंग्रेज अफसर को जानकारी मिलने के बाद उसने मैगनोलिया को कैद कर दिया और चरवाहे की हत्या करवा कर पहाड़ियों के नीचे खाई में फिंकवा दिया. कुछ दिन कैद रहने के बाद मैगनोलिया फिर से चरवाहे को ढूंढने नेतरहाट की वादियों में निकल पड़ी. लगातार कई दिनों तक ढूंढने के बाद भी जब चरवाहे का कोई पता नहीं चला तो वह काफी उदास हो गई. उसे सैनिक से पता चला कि उसके पिता ने चरवाहे की हत्या करवा दी है. इसके बाद मैगनोलिया ने भी उसी पहाड़ी से घोड़े के साथ खाई में छलांग लगा दी.

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मैगनोलिया प्वाइंट पर लगे हैं घोड़े और प्रेमी जोड़े के स्टैच्यू

अमर प्रेम की इस निशानी को पूरी तरह अमर करने के लिए जिला प्रशासन ने मैगनोलिया प्वाइंट पर मैगनोलिया और चरवाहे की स्टैच्यू के साथ-साथ घोड़े का भी स्टैच्यू बनवाया है. अमर प्रेम और उसकी निशानी को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक प्रतिवर्ष यहां आते हैं. नोएडा से आए पर्यटक अजय पांडेय ने कहा कि यह स्थान काफी खूबसूरत है. प्रेम की जो कहानी सुनी थी यहां आकर उसे महसूस भी किया. वहीं पर्यटक मनीष कुमार ने कहा कि जो भी लोग नेतरहाट आते हैं वह मैगनोलिया प्वाइंट जरूर आते हैं. पर्यटक पूनम कुमारी का कहना है कि अमर प्रेम का प्रतीक यह स्थान काफी खूबसूरत है.

Last Updated : Feb 14, 2021, 4:37 PM IST
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