लातेहारः मनिका थाना क्षेत्र के दोमुहान के पास रविवार की देर रात कार और ट्रक के बीच हुई टक्कर में कार पर सवार तीन युवकों की मौत का मामला अब गर्मा गया है. सोमवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को साजिश के तहत की गई हत्या का आरोप लगाते हुए लातेहार में सड़क जाम कर (Hinduist Leaders Block Road In Latehar) दिया. हालांकि एक घंटे तक सड़क जाम रहने के बाद अधिकारियों के आश्वासन के पश्चात एनएच 75 से जाम हटाया गया.
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दरअसल, रविवार की रात हिंदूवादी नेता अरुण कुमार उपाध्याय, आयुष कुमार, पीयूष कुमार, आदर्श कुमार और विशाल मेहरा अपनी कार से डाल्टनगंज से लातेहार की ओर आ रहे थे. इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रही एक ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी. इस घटना में तीन युवकों की मौत हो गई थी. मृतकों में अरुण उपाध्याय, पीयूष कुमार और आदर्श कुमार थे.
डेढ़ घंटे तक घायल अवस्था में तड़पता रहा था अरुणः बताया जाता है कि जिस समय दुर्घटना हुई थी उस समय एक समाजसेवी अपने वाहन से घटनास्थल से गुजर रहे थे. उन्होंने मानवता का परिचय देते हुए कार में फंसे चार युवकों को अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया. हालांकि पांचवा युवक अरुण उपाध्याय दुर्घटना के बाद सड़क के किनारे झाड़ियों में जा गिरा था. इस कारण समाजसेवी की नजर उस पर नहीं पड़ी. अस्पताल में इलाज के दौरान आयुष कुमार ने बताया कि उनके साथ अरुण उपाध्याय भी था. इस सूचना के बाद लातेहार से कई लोग घटनास्थल की ओर रवाना हुए और अरुण की खोजबीन आरंभ की. उसके बाद अरुण झाड़ियों में घायल अवस्था में पड़ा (Three Youths Died In Road accident In Latehar) मिला. जिसे लातेहार सदर अस्पताल लाया गया, परंतु इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
सोमवार को युवकों ने किया सड़क जामः इधर, घटना के विरोध में स्थानीय युवकों ने लातेहार समाहरणालय के निकट एनएच 75 को जाम कर (Demonstration Of Hinduist Organizations In Latehar) दिया. जाम कर रहे युवकों का कहना था कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि साजिश के तहत की गई हत्या है. पुलिस के द्वारा भी इस मामले में मामले की छानबीन और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में घोर लापरवाही बरती गई है. ऐसे में पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए. साथ ही मृतकों के परिजनों को मुआवजा के साथ सरकारी नौकरी भी दी जाए.
गौ रक्षा के मामले में चर्चित थे अरुण और आयुषः स्थानीय युवकों का कहना था कि गौ रक्षा के मामले को लेकर इन दिनों अरुण और आयुष काफी चर्चित थे. किसी भी प्रकार के सामाजिक कार्य में अरूण और आयुष बढ़-चढ़ कर भाग लेते थे. ऐसे में इन युवकों के कई दुश्मन भी हो गए थे. इसलिए साजिश के तहत तीनों की हत्या (Premeditated Murder) की गई है. पुलिस को सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए.
आश्वासन के बाद टूटा जामः इधर, जाम की सूचना मिलने के बाद लातेहार एसडीएम शेखर कुमार, अंचल अधिकारी रुद्र प्रताप, पुलिस इंस्पेक्टर चंद्रशेखर चौधरी समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर जाम कर रहे लोगों से बातचीत की. अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि मृतक युवकों के परिजनों को सरकारी प्रावधान के तहत सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. वहीं मृत युवकों के परिजनों के द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करने का भी आश्वासन दिया गया .इसके बाद लोगों ने जाम हटाया.