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झाड़-फूंक के चक्कर में गई लड़की की जान! समय पर अस्पताल ले जाते तो रहती जिंदा - लातेहार न्यूज

लातेहार के पतरातू में सांप के काटने से एक लड़की की मौत हो गई है. सांप काटने के बाद घंटों तक परिजन झाड़-फूंक कराते रहे. जब स्थिति बिगड़ गई तो अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

Death due to snake bite in Latehar
Death due to snake bite in Latehar
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Published : Jul 13, 2023, 7:29 PM IST

लातेहार: दुनिया भले ही 21वीं सदी में पहुंच गई हो, परंतु अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास चरम पर है. यह अंधविश्वास कभी-कभी जानलेवा भी हो जाता है. गुरुवार को ऐसा ही एक मामला आया जब एक लड़की को सांप ने काट लिया तो परिजन उसे अस्पताल ले जाने के बदले झाड़-फूंक करवाने लगे. सही समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण लड़की की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- Sahibganj News: ओझा गुनी का चक्कर बहुत खराब! सांप काटने के बाद झाड़ फूंक में गयी बच्चे की जान

दरअसल, सदर थाना क्षेत्र के पतरातू गांव में एक लड़की को विषैले सांप ने काट दिया. सांप काटने की जानकारी होने के बाद परिजनों ने लड़की को किसी डॉक्टर के पास ले जाने के बदले झाड़-फूंक कराने ओझा के पास ले गए. लगभग 2 घंटे तक झाड़-फूंक करने के बाद लड़की को वापस घर लाया गया. घर आने के बाद अचानक लड़की अचेत होकर गिर पड़ी. जिसके बाद परिजन अन्य ग्रामीणों की सलाह पर लड़की को लेकर अस्पताल पहुंचे. परंतु जांच के बाद चिकित्सकों ने लड़की को मृत घोषित कर दिया. चिकित्सकों ने कहा कि यदि सही समय पर लड़की को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो इसका उपचार संभव था. परंतु अस्पताल पहुंचने से पहले ही इसकी मौत हो गई .

ग्रामीण क्षेत्रों में फैला है अंधविश्वास का मकड़जाल: ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अंधविश्वास का मकड़जाल काफी फैला हुआ है. सांप काटने के बाद ग्रामीण सबसे पहले इसका इलाज झाड़-फूंक से करवाते हैं. कई बार इत्तेफाक होता है कि झाड़-फूंक से ही पीड़ित व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है. इस कारण लोगों का विश्वास झाड़-फूंक पर और अधिक गहरा होता जाता है. परंतु कई बार झाड़-फूंक के चक्कर में लोगों की जान भी चली जाती है. इधर, अंधविश्वास को दूर करने को लेकर सरकार के द्वारा लगातार जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाता है. परंतु सरकारी कार्यक्रम सिर्फ कागजी उपलब्धि में ही शामिल रह जाता है. धरातल पर जागरूकता कार्यक्रम भी नहीं देखता. यदि सरकारी स्तर पर चलाया गया. जागरुकता कार्यक्रम जमीनी स्तर पर जाकर चलाया जाए तो इसका लाभ भी होगा.

पुलिस ने थामा है कमान: लातेहार एसपी अंजनी अंजन के निर्देश पर जिला पुलिस के द्वारा इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. एसपी के निर्देश और नेतृत्व में ग्रामीणों को डायन बिसाही और ओझा गुनी जैसे अंधविश्वासों के चक्कर में ना फसने के लिए जागरुक किया जा रहा है. ग्रामीणों को यह भी बताया जा रहा है कि यदि सांप काटे तो सीधे अस्पताल ले जाएं. अस्पताल में इलाज से पीड़ित व्यक्ति जल्द ही स्वस्थ हो सकता है.

लातेहार: दुनिया भले ही 21वीं सदी में पहुंच गई हो, परंतु अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास चरम पर है. यह अंधविश्वास कभी-कभी जानलेवा भी हो जाता है. गुरुवार को ऐसा ही एक मामला आया जब एक लड़की को सांप ने काट लिया तो परिजन उसे अस्पताल ले जाने के बदले झाड़-फूंक करवाने लगे. सही समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण लड़की की मौत हो गई.

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दरअसल, सदर थाना क्षेत्र के पतरातू गांव में एक लड़की को विषैले सांप ने काट दिया. सांप काटने की जानकारी होने के बाद परिजनों ने लड़की को किसी डॉक्टर के पास ले जाने के बदले झाड़-फूंक कराने ओझा के पास ले गए. लगभग 2 घंटे तक झाड़-फूंक करने के बाद लड़की को वापस घर लाया गया. घर आने के बाद अचानक लड़की अचेत होकर गिर पड़ी. जिसके बाद परिजन अन्य ग्रामीणों की सलाह पर लड़की को लेकर अस्पताल पहुंचे. परंतु जांच के बाद चिकित्सकों ने लड़की को मृत घोषित कर दिया. चिकित्सकों ने कहा कि यदि सही समय पर लड़की को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो इसका उपचार संभव था. परंतु अस्पताल पहुंचने से पहले ही इसकी मौत हो गई .

ग्रामीण क्षेत्रों में फैला है अंधविश्वास का मकड़जाल: ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अंधविश्वास का मकड़जाल काफी फैला हुआ है. सांप काटने के बाद ग्रामीण सबसे पहले इसका इलाज झाड़-फूंक से करवाते हैं. कई बार इत्तेफाक होता है कि झाड़-फूंक से ही पीड़ित व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है. इस कारण लोगों का विश्वास झाड़-फूंक पर और अधिक गहरा होता जाता है. परंतु कई बार झाड़-फूंक के चक्कर में लोगों की जान भी चली जाती है. इधर, अंधविश्वास को दूर करने को लेकर सरकार के द्वारा लगातार जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाता है. परंतु सरकारी कार्यक्रम सिर्फ कागजी उपलब्धि में ही शामिल रह जाता है. धरातल पर जागरूकता कार्यक्रम भी नहीं देखता. यदि सरकारी स्तर पर चलाया गया. जागरुकता कार्यक्रम जमीनी स्तर पर जाकर चलाया जाए तो इसका लाभ भी होगा.

पुलिस ने थामा है कमान: लातेहार एसपी अंजनी अंजन के निर्देश पर जिला पुलिस के द्वारा इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. एसपी के निर्देश और नेतृत्व में ग्रामीणों को डायन बिसाही और ओझा गुनी जैसे अंधविश्वासों के चक्कर में ना फसने के लिए जागरुक किया जा रहा है. ग्रामीणों को यह भी बताया जा रहा है कि यदि सांप काटे तो सीधे अस्पताल ले जाएं. अस्पताल में इलाज से पीड़ित व्यक्ति जल्द ही स्वस्थ हो सकता है.

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