कोडरमाः जल संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में उत्तर प्रदेश से आए जल गुरु और सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी महेंद्र मोदी ने वर्षा जल को बचाने के टिप्स बताये और कहा कि वर्तमान समय में ग्राउंड वाटर को बचाना अतिआवश्यक हो गया है.
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जिले के फरेंदा स्थित पंचायत रिसोर्ट सेंटर में जल संरक्षण पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जल गुरु महेंद्र मोदी ने बताया कि बचेगा जल तो रहेगा कल. उन्होंने कहा कि ग्राउंड वाटर रिसाइकलिंग नहीं हो रही है. इससे दिन-प्रतिदिन पीने के पानी की समस्या गहराती जा रही है. उन्होंने कहा कि वर्षा जल का संचय करना बेहद जरूरी है. बारिश के पानी को बचाएंगे तो भूमिगत जलस्तर ऊपर आएगा. इसके साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से वाटर हार्वेस्टिंग के अलग-अलग मॉडल दिखाए गए और लोगों को यह बताया गया कि कैसे बिना खर्च सिर्फ श्रमदान कर जल संचयन किया जा सकता है.
बेहतर सुझाव पर किया जाएगा काम
कार्यशाला में संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त लोकेश मिश्र ने कहा कि जिला प्रशासन पीने के पानी की समस्या को लेकर गंभीर है. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में जो भी बेहतर सुझाव मिलेंगे, उन्हें जिले में क्रियान्वित किया जाएगा. जिला परिषद की प्रधान शालिनी गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में पीने के पानी की समस्या एक गंभीर मुद्दा हम सबके सामने है. इस समस्या से निबटने के लिए कार्यशाला में बताई गई बातों पर अमल करना होगा. इस मौके पर विभिन्न पंचायतों के मुखिया और पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.